भोपाल डेस्क.यूं तो देश में हर रोज हो रहे यौन अपराधों का
अंदाजा लगा पाना मुश्किल है, लेकिन पिछले कुछ महीनों में बलात्कार और यौन
उत्पीड़न के ऐसे मामले सामने आए हैं जिससे पूरा समाज हिल गया। कुछ ऐसे शख्स
जिन्हें पूरा समाज न केवल सम्मान की दृष्टी से देखता था बल्कि उन्हें अपना
आदर्श भी मानता था, जब वे ही ऐसे घिनौने अपराधों में लिप्त पाए गए तो जैसे
लोगों के दिलों को एक झटका लगा।
एक ऐसा झटका, जो लगा तो धीरे से, लेकिन दर्द जोरों का दिया। इन
शख्सियत में राजनीति, धर्म, न्याय और मीडिया के ऊंचे-ऊंचे पदों पर विराजमान
लोग शामिल हैं। राजनेता को जनता अपना प्रतिनिधि बनाकर उस पद तक इसलिए
पहुंचाती है कि वह समाज में विकास की ओर ध्यान देगा। एक संत लोगों की नजरों
में किसी भगवान से कम नहीं होता, लोग मानते हैं कि उसके उपदेश मात्र से वे
ईश्वर की प्राप्ति कर लेंगे।
तरुण तेजपाल: सबसे पहले बात करते हैं स्टिंग ऑपरेशन से नेताओं और
अफसरों के होश उड़ाने वाली पत्रिका 'तहलका' के प्रधान संपादक तरुण तेजपाल
की। उन पर एक महिला पत्रकार ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। हालांकि,
तरुण ने अपराध स्वीकार करने महिला पत्रकार से माफ़ी मांगने और अपने पद से
इस्तीफा देने में बिलकुल भी देरी नहीं की, लेकिन अपराध कभी माफ़ी मांगने से
मिट नहीं सका है। गोवा पुलिस ने उनके खिलाफ रेप की धाराओं की तहत FIR दर्ज
की है और उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।आईएएस ऑफिसर: कहते हैं कि क़ानून जनता की रक्षा के लिए होता है,
लेकिन जब यही क़ानून खुद भक्षक बन जाए तो फिर रक्षा की गुहार किससे लगाएं।
मामला ताजा-ताजा है। बीते रोज उत्तराखंड के एक सीनियर ऑफिसर पर एक लड़की ने
बलात्कार का आरोप लगाया है। लड़की ने एक पत्र लिखकर इस बात का खुलासा किया
है कि नौकरी दिलाने के नाम पर वह ऑफिसर उससे तीन साल से बलात्कार कर रहा
है। पीड़िता ने इल्जाम यहां तक लगाया है कि आईएएस ने उसकी अश्लील सीडी भी
बनाई है, जिससे वह उसे ब्लैकमेल कर रहा था। लड़की ने दिल्ली पहुंचकर जीरो
FIR दर्ज कराई है। हालांकि, अभी आईएएस के नाम का खुलासा नहीं हो पाया है।सुप्रीम कोर्ट के जज: जज के नाम का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन हाल
ही में रिटायर हुए सुप्रीम कोर्ट के जज पर अपनी ही एक इंटर्न से बलात्कार
करने के आरोप लगे हैं। मामला उस समय का है, जब बीते साल दिल्ली की सड़कों पर
गैंग रेप के खिलाफ कड़ा आन्दोलन चल रहा था। लड़की की माने तो वह अपने फाइनल
ईयर की सर्दी छुट्टियों में दिल्ली आई थी और उसे सुप्रीम कोर्ट के इन
रिटायर जज महोदय के साथ इंटर्न करने का मौक़ा मिला था। जज ने एक होटल के
कमरे में उससे बलात्कार किया था। लड़की ने यह भी कथित तौर पर यह इल्जाम भी
लगाया है कि वह ऐसी तीन लड़कियों को और जानती है जो जज साहब की गंदी नीयत का
शिकार हुईं।
आसाराम: पूरा देश ही नहीं, दुनिया इन्हें भगवान का नाम देकर इनकी
तस्वीरे के सामने दीपक लगाया करती थी। आसाराम से किसी को गुरुदीक्षा मिल
जाती थी तो वह अपने आपको बड़ा ही भाग्यशाली समझने लगता था, लेकिन उस वक़्त
उनके भक्तों की आस्था को एक जोर का धक्का लगा जब जोधपुर की एक नाबालिग लड़की
ने उन पर यौन शोषण के आरोप लगाए। आसाराम हमेशा खुद पर लगे आरोपों से इनकार
करते रहे और गिरफ्तारी के डर से भागते रहे, लेकिन अब वे सलाखों के पीछे
हैं। जब से वे पुलिस कस्टडी में आए हैं, तब से उनके बारे में कई सनसनीखेज
खुलासे हो चुके हैं। धीरे-धीरे यह बात भी सामने आ गई कि साधू के रूप में यह
ढोंगी बाबा सेक्सनारायण साईं: नारायण साईं, ये भी भक्तों के लिए किसी भगवान से कम
नहीं थे। लोग आसाराम की तरह ही उनके इस कपूत को भी पूजते थे। जब बाप का
चरित्र खराब हो तो भला बेटा कैसा होगा। आसाराम की गिरफ्तारी के बाद जहां
उनके खिलाफ नए-नए खुलासे हो रहे थे, वहीं नारायण साईं के खिलाफ सूरत में यह
खुलासा हुआ कि वे भी बाप की तरह ही इस घृणित अपराध में लिप्त हैं। सूरत की
दो बहनों ने दोनों बाप और बेटे पर जब से बलात्कार का आरोप लगाया है, तब से
नारायण साईं कहां लापता हैं, कोई नहीं जानता।बाबूलाल नागर: बाबूलाल भी सरकार में मंत्री थे, लेकिन मध्य प्रदेश
सरकार में नहीं बल्कि राजस्थान सरकार में। उनका राजनीतिक करियर बहुत अच्छा
जा रहा था, लेकिन एक दिन जब उनके चेहरे से नकाब उठा तो एक बलात्कारी आदमी
का चेहरा सामने आया।बाबूलाल नागर पर एक नाबालिग लड़की ने उनके साथियों संग
मिलकर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया। शुरूआती दौर में नागर भी खुद पर लगे
अपराधों से मुकरते रहे, लेकिन जो किया है उसे भरना तो पड़ेगा सो उन्हें न
केवल मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा बल्कि जेल की हवा भी खानी पड़ी।
राघवजी: मध्यप्रदेश सरकार में राघव वित्त मंत्री तो थे ही, साथ
ही जनता जनार्दन के दिलों में उनकी एक अलग ही छवि थी। राजनीति के नवयुवा
राघवजी को आदर्श मानकर आगे बढ़ रहे थे, तो प्रदेश की जनता भी उन्हें काफी
दुलार करती थी। जुलाई 2013 में जब उनपर उनके ही नौकर ने अप्राकृतिक सेक्स
का आरोप लगाया तो वे साथ इनकार कर गए, लेकिन जब उस अपराध की वीडियो फुटेज
सामने आई तो राघव न घर के रहे न घाट के। उन्हें न केवल सरकार में मंत्री पद
से इस्तीफा देना पड़ा बल्कि उनकी पार्टी ने भी उनसे किनारा कर लिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)