आपका-अख्तर खान

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26 नवंबर 2013

दोस्तों सरकार भी अजीब है ....यह मुस्कुराता चेहरा रईस खान उप प्रधान सुल्तानपुर पंचायत समिति कोटा का है ....इस चेहरे के समाजसेवा कार्यों और गरीब ...शोषित ...उत्पीड़ित लोगों के मददगार और मसीहा होने के कारण ज़ालिम और बदमाश लोग जान के दुश्मन बन गए है .

दोस्तों सरकार भी अजीब है ....यह मुस्कुराता चेहरा रईस खान उप प्रधान सुल्तानपुर पंचायत समिति कोटा का है ....इस चेहरे के समाजसेवा कार्यों और गरीब ...शोषित ...उत्पीड़ित लोगों के मददगार और मसीहा होने के कारण ज़ालिम और बदमाश लोग जान के दुश्मन बन गए है ....अफ़सोस इस बात का है के जान माल कि सुरक्षा के क़ानूनी और संवेधानिक प्रावधान सकरार की प्राथमिक ज़िम्मेदारी होने के बाद भी इन्हे अब तक सरकार ने कोई सुरक्षा गार्ड उपलब्ध नहीं कराया है और मरने के लिए छोड़ दिया है ...रईस खान को सभी जानते है के यह निर्भीक होकर अपना काम करते है ...अपनी बात कहते है और निष्पक्ष होकर मदद करते है इसीलिए पिछले दिनों एक हिस्ट्रीशीटर मुकेश योगी और साथियों ने मार्च माह में इनके ऊपर सिमलिया थाना क्षेत्र में देसी कट्टे से इन्हे जान से मारने की गरज़ से टारगेट लगाकर गोली दागी ...खुदा का शुक्र रहा के रईस खान बाल बाल बच गए ........काफी कोशिशों के बाद रईस खान ने अपराधियों को पकड़वाया लेकिन तकनीकी कमियों कि वजह से हिस्ट्रीशीटर और आपराधिक रिकॉर्ड होने के बाद भी शातिर अपराधी ज़मानत पर छूट गए ..ज़मानत पर ही इन अपराधियों ने पहले एक व्यक्ति कि गोली मार कर हत्या कि और फिर रईस खान की जान लेने की कोशिशो में जुट गए ..पिछले दिनों पुलिस को जेसे ही सुचना मिली के हथियार बंद लोग रईस खान की हत्या की योजना बना रहे है तब पुलिस हरकत में आई और सांगोद से कोंग्रेस प्रत्याक्षी भरत सिंह के जनसम्पर्क के दोरान पुलिस ने कवर किया और बिना किसी हादसे के पुलिस थे हथियारों सहित मुकेश योगी और साहियों को गिरफ्तार कर लिया ..अपराधियों के बुलंद होसले देखिये के उन्होंने पुलिस हिरासत में अख़बारों से कहा के मेरा लक्ष्य रईस खान की हत्या हर हाल में करना है देखते है रईस खान को पुलिस कब तक बचाती है ..इस खुले ब्यान के बाद रेईस खाना ने सरकारी खर्च पर सरुक्षा कर्मी कि मांग की लेकिन अफ़सोस सरकार और स्थानीय अधिकारियों के लिए सरकार के मंत्री भरत सिंह के कार्यकर्ता और सत्ता पार्टी के उप प्रधान रईस खान जान की कोई अहमियत नहीं अभी दो अपराधी फरार है फिर भी तात्कालिक रूप से रईस खान को कोटा पुलिस और प्रशासन ने उनकी जानकी सुरक्षा के लिए कोई सुरक्षा गार्ड सरकारी खर्च पर उपलब्ध नहीं कराये है ............है ना हमारी संवेदन शील सरकार और इसके संवेदन शील पुलिस प्रशासनिक अधिकारी जो संवेधानिक जान माल कि सुरक्षा का अधिकार होने पर भी खतरे कि पूरी संभावना स्प्ष्ट होने पर भी रईस खान को अब तक सुरक्षा कर्मी उपलब्ध नहीं करा रही है ............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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