जोधपुर. नाबालिग से यौन उत्पीड़न के आरोप में जोधपुर सेंट्रल
जेल में बंद आसाराम की उम्मीदों को एक बार फिर तगड़ा झटका लगा है।
राजस्थान हाईकोर्ट ने मंगलवार को आसाराम की जमानत याचिका खारिज कर दी।
मशहूर वकील राम जेठमलानी घंटे भर से ज्यादा बहस के बावजूद अपने मुवक्किल
आसाराम को जमानत नहीं दिलवा पाए। यही नहीं, जेठमलानी को जज निर्मलजीत कौर
ने जमकर फटकार भी लगाई।
जमानत याचिका पर बहस के दौरान हाईकोर्ट में जेठमलानी ने अपनी पूरी
ताकत झोंक दी, लेकिन सरकारी वकील आनंद पुरोहित और जांच अधिकारी चंचल मिश्रा
ने जेठमलानी की सारी दलीलों की हवा निकाल दी। बचाव पक्ष की तरफ से अदालत
में चार हलफनामे दायर किए गए। पहला, लड़की गुरुकुल में नहीं रहना चाहती थी।
दूसरा, लड़की का बर्थ सर्टिफिकेट गलत था। तीसरा, लड़की मानसिक तौर पर
स्वस्थ नहीं है और चौथा, उसका एक लड़के साथ अफेयर था और वह फेसबुक पर
एक्टिव थी। हालांकि कोर्ट ने इन हलफनामों पर विचार नहीं किया और कहा कि यह
ट्रायल नहीं है, बल्कि जमानत याचिका पर सुनवाई हो रही है।
अदालत से मिले झटके की खीझ आसाराम के वकील (जेठमलानी) पर साफ नजर आई।
कोर्ट से बाहर निकलने के बाद पत्रकारों ने जेठमलानी से सवाल किया तो
उन्होंने इतना बस कहा, 'मैं अपना काम कर रहा हूं। अब अगर क्लाइंट
(आसाराम) की मर्जी होगी तो वे सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। मैं बिन मांगे किसी को
सलाह नहीं देता।'
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)