आपका-अख्तर खान

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10 सितंबर 2013

एक कडवा लेकिन नंगा सच है ..

एक कडवा लेकिन नंगा सच है .... दोस्तों ..मेरे कोंग्रेस के साथियों ....जरा देखो ...जरा सोचो ..जरा सम्भलो ..कोंग्रेस के कमांडर ....राहुल गाँधी ..भाजपा के नरेंदर मोदी से निरंतर पिछड़ते जा रहे है ......कारण नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता नहीं उनकी कार्यशेली है ..कोंग्रेस के राहुल गांधी को खुद कोंग्रेसी अपरिपक्व मानते हुए ...उनके फेसलों ... उनके आदेशों ..निर्देशों को नज़र अंदाज़ कर रहे है ...जबकि उनके इर्द गिर्द ...वफादारों का कम और चापलूसों का जमावड़ा ज्यादा हो गया है ..मोदी देश की लोकसभा ..विधानसभा ..पंचायत ..नगरपालिका चुनाव की भाग संख्या तक के वोटर्स पर ....चिंतन मंथन कर रहे है ..... जबकि राहुल  गांधी को केवल योजनाओं के नाम पर वोट मांगने का गणित बताया और समझाया  जा रहा है ...कोंग्रेस से मुसलमान ..दलित वोटर्स नाराज़ है ..वोटर्स क्यूँ नाराज़ है ..उनकी नाराजगी  केसे दूर  की जा सकती है  ..उन्हे रिझाने ...पटाने के लिए क्या फार्मूला तय्यार होना चाहिए ...यह सुझाव  राहुल गाँधी और कोंग्रेस के पास नहीं है .....बस मुस्लिम वोट नाराज़ है .... तो कोई बात नहीं ...राहुल गांधी आदिवासियों की तरफ लपक रहे है ....बिहार ..उत्तरप्रदेश में इसी निति पर वोह चापलूसों के घेरे में होने से हार देख चुके है ..नाराज़ वोटर्स जो तुम्हारे अपने है उन्हें पटाओ  उनके बीच जाओ ...वोह नाराज़ क्यूँ है ..उनका दर्द समझो और उन्हें फिर से अपना बनाओं ..लेकिन ऐसा नहीं ... जो तुम्हारा है तुमसे दूर क्यूँ हो रहा है यह जाने बिना तुम गेरो पर भरोसा कर अपनी जमीन खत्म कर रहे हो जीती हुई बाज़ी हार रहे हो ...विकल्प तलाशना सिर्फ हार और हार है .....खुद मोदी इस मेनेजमेंट को समझे है टोपी और बुर्के की राजनीति करने लगे है ..टोपी और बुर्के वालों का साथ रखने लगे है ..अफ़सोस जिस टोपी और बुर्के के बल पर कोंग्रेस ने कई दशक शासन किया उसी टोपी और बुर्के को यह कोंग्रेस के चापलूस राहुल बाबा से पेरो तले रोंदवा रहे है और इधर मोदी ने इसी टोपी और बुर्के को जमीन से उठा कर सर का ताज बनाना शुरू कर दिया है ...सभी जानते है यह टोपी और बुर्के वाले लोग दिल से सोचते है दिमाग से नहीं और जज्बात में आकर इन टोपी बुर्के वालों ने तीर से कमान निकाल दिया तो राहुल बाबा सोचते रह जायेंगे अभी भी वक्त है चापलूसों चमचों से बाहर निकलो ..देश का देश के लोकतंत्र का देश के वोटर मेनेजमेंट का एक विजन तैयार करो और हारी हुई बाज़ी जीतने की तरफ बढो वरना ना समझोगे तो हार जाओगे ..तुम्हारी जीत ना होगी दास्तानों में .......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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