गौतमेश्वर (प्रतापगढ़)। वो बेटी थी। या मां की कोई और मजबूरी थी। 24 घंटे भी नहीं हुए थे दुनिया में आए। लेकिन मानवता के दुश्मनों ने दुधमुंही को जिंदा जमीन में गाड़ दिया। निर्ममता की यह घटना प्रतापगढ़ के अचनेरा क्षेत्र स्थित बडग़ांव कला गांव की है। ग्रामीण सोहनलाल मीणा ने रविवार सुबह 11.30 बजे खेत में बच्ची के रोने की आवाज सुनी। वहां पहुंचे तो देखा उसकी सांसें चल रही थीं।
सिर जमीन के बाहर था और धड़ मिट्टी व घास में दबा था। ऊपर कीड़े रेंग रहे थे। सोहन ने अन्य ग्रामीणों को बुलाया। बच्ची को अचनेरा पीएचसी पहुंचाया। डॉ. विष्णु शर्मा ने आधे घंटे तक मासूम को बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सके।
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