आपका-अख्तर खान

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21 सितंबर 2013

हम तो आयना है जेसा दागदार चेहरा है वेसा ही चेहरा दिखाएँगे

हम तो आयना है
जेसा दागदार चेहरा है
वेसा ही चेहरा दिखाएँगे
तुम्हे पसंद ना हो
तो खुद तुम
सामने से हट जाओ ..
पसंद ना हो
तुम्हे मेरी सच्चाई का यह अक्स
उठाओ पत्थर
करदो मेरे टुकड़े टुकड़े
में तो आयना हूँ
जो सच है
बस वही
बस वही
हु बहु दिखाउंगा ...
में तो आयना हूँ .....
मेरी साफ गोई बुरी तो है
लेकिन
जरा दिल से तो पूंछो
इसमें सच्चाई और सच्चाई है
चाहो तो मेरे इस सच
मेरी इस आयने को तोड़ दो
चाहो तो
जो सच्चाई तुम्हे
नज़र आई है
उसमे कुछ बदलाव कर
खुद को जिंदगी के लायक बना लो
चाहो तो पत्थर उठा कर मुझे तोड़ दो
चाहो तो खुद को
संवारकर खुदी को इस कदर बुलंद कर लो
खुडा खुद तुमसे पूंछे
बता तेरी रजा क्या है
में तो आयना हूँ
जो सच है वही बताउंगा ..
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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