आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

06 अगस्त 2013

सड़कों मंदिर-मस्जिद नहीं हटाने पर अधिकारियों को पड़ी फटकार

 
जयपुर। शहर में सड़कों के बीच और रोड सीमा में सैकड़ों मंदिर मस्जिद बने हुए हैं, लेकिन जेडीए ने अभी तक केवल 36 ही तोड़े हैं। इसके अलावा पांच साल में शहर की कच्ची बस्तियों को हटाना था, उनको भी नहीं हटाया। इसको लेकर मंगलवार को जेडीए के चिंतन सभागार में सुप्रीम कोर्ट की एंपावर्ड कमेटी बैठक में अधिकारियों को फटकार पड़ी।
सुप्रीम कोर्ट की एंपावर्ड कमेटी के सदस्य जस्टिस वी एस दवे, जस्टिस आई एस इसरानी ने जेडीए कमिश्नर अभय कुमार, संबंधित प्रकोष्ठ निदेशकों और उपायुक्तों की बैठक में शहर के सड़क किनारे बने मंदिर मस्जिदों का ब्योरा मांगा। इस पर प्रवर्तन शाखा के अधिकारियों ने 474 की सूची उनके सामने रखी।
दवे ने कहा कि जेडीए ने अभी तक 15 फीसदी भी सड़कों से अतिक्रमण नहीं हटाए। इंदौर और अहमदाबाद से कुछ सीखो। उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों की इच्छा शक्ति के बिना अतिक्रमण नहीं हट सकते। सड़कों के बीच पांच पांच मंदिर और मस्जिदें बना रखी है। इससे ट्रैफिक जाम रहता है। शहर को ऐसे अतिक्रमणों के निजात दिलाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना नहीं करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि शहर की 11 कच्ची बस्तियों को 2009 तक शहर से बाहर विस्थापित करना था, लेकिन अभी तक न तो राजीव गांधी आवास योजना और न ही बीएसयूपी के प्रोजेक्ट के आवास बने हैं। ऐसे में जेडीए की कच्ची बस्ती विस्थापन प्रक्रिया भी बहुत ढीली है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...