मेरे राष्ट्रवादियों मित्रों ......मजहब के नाम पर कुर्सी तक पहुंचने की
कोशिश करने वाले चालबाज़ सियासी लोगों ....कोंग्रेस ने पैसठ सालों में देश
को बर्बाद किया ..फिर संयुक्त सरकारे आई सभी ने मिलकर देश को दीमक की तरह
चाटा ...जिन लोगों को सत्ता नहीं मिली उन्होंने ने धर्म को सत्ता तक
पहुंचने का शोर्टकट बनाया सत्ता भी उन्हें मिली लेकिन देश धर्म से बढ़ा है
सत्ता में आने के बाद उन्हें पता चला और राम मन्दिर मुद्दा हो या फिर
कश्मीर की तीन सो सत्तर हो या फिर कोमन सिविल कोड हो सभी मुद्दे संविधान और
कानून के दायरे में निपटाए जाए यह बात समझ में आई ..अब फिर शोर्ट कट से
सत्ता हथियाने का गेम शुरू है ...देश और देश की समस्याओं से ज्यादा जाती
...धर्म और पंथों की बातें की जा रही हैं ...मेरे दोस्तों में सिर्फ एक
सवाल पूंछना चाहता हूँ ......देश में धर्म ....मजहब ...सो कोल्ड
धर्मनिरपेक्षता ..सो कोल्ड राष्ट्रीयता ...क्या सियासी मुद्दे है क्या यह
मुद्दे देश को अंतर राष्ट्रिय स्तर पर आगे ले जा सकेंगे जरा अपने सीने पर
हाथ रखिये जरा अपने धडकते दिल से पूंछिये ....क्या आपके नरेंदर मोदी जी ने
प्रधामंत्री के स्न्व्म्भु सो कोल्ड उम्मीदवार बनने के बाद एक बार भी
राष्ट्र और राष्ट्रिय मुद्दों की बात की केवल धर्म ..धर्मनिरपेक्षता
कोंग्रेस और उसके नेताओं की आलोचना ..क्या आप बता सकते है के देश के सवा
करोड़ लोगों के लियें पेट्रोल के दाम जब बढाये जाते है तो मोदी जी क्यूँ
नहीं बोलते के यह गलत है और पेट्रोल के मुल्य को वोह सत्ता में आने के बाद
किस तरह से कम करेंगे यह जनता को विश्वास क्यूँ नहीं दिलाते ....नरेंदर
मोदी रोटी के लियें नहीं बोलते ..नरेंदर मोदी मकान के लियें नहीं बोलते
..नरेंदर मोदी नक्सलियों के लियें बोडो के लियें नहीं बोलते .नरेन्द्र मोदी
अमेरिका ..पाकिस्तान और घुसेथियों के लियें नहीं बोलते ....नरेंदर मोदी
कालाबाजारियों ...सट्टेबाजों ..वायदा व्यापारियों .भ्रष्टाचारियों के खिलाफ
नहीं बोलते .....नरेंदर मोदी देश में गरीबी केसे कम करेंगे ..देश के कर्जे
को केसे कम करेंगे ..रूपये का डोलर से मुकाबला केसे करेंगे रूपये की कीमत
केसे बढ़ाएंगे ... शिक्षा के लुटेरे माफियाओं पर केसे अंकुश लगायेंगे
..चिकत्सा के नाम अपर लूट और कसाईखाना खोलने वाले अस्पतालों को केसे
रोकेंगे ..राष्ट्र का विकास केसे करेंगे उनके पास आज तक कोई विजन देश और
देश वासियों की इन परेशानियों के लियें कोई दर्द कोई विजन कोई वायदा क्यूँ
नहीं है .........मेरे राष्ट्रीय सो कोल्ड मित्रों अपने धडकते दिल से पूंछो
धर्म और धर्मान्धता को भड़का कर सत्ता तक पहुंचा जरूर जा सकता है लेकिन
सिंहासन पर बेथ कर देश चलाना देश को मजबूत बनाने के लियें दिमाग चाहिए
योजनायें चाहिए और इसके लियें जनता को पहले विश्वास दिलाना होगा ...जनता और
हम समझते है के अगर मोदी कालाबाजारियों ..भ्रष्टाचारियों ...अनाचारियों
..शिक्षा माफिया ...चिकित्सा माफिया ...उद्ध्य्ग्प्तियोन ..नोकर्शाहों
वायदा व्यापारियों के खिलाफ बोलेंगे तो कल से उनकी पब्लिसिटी बंद काले से
सभी लोग उन्हें हीरो से जीरो बनादेंगे ..अगर वोह पाकिस्तान के खिलाफ अगर
वोह बहु राष्ट्रिय अमेरिकन कम्पनियों के खिलाफ बोलेंगे तो फिर कल से
अमेरिका उन्हें चुप कर एक कोने में बिठा देगा इसलियें कहता हूँ एक
राष्ट्रवादी होने के नाते हिन्दुस्तानी बनो हिन्दुस्तानी राष्ट्रवाद की तरह
जनता की समस्याओं को देखो उनकी समस्याओं का केसे समाधान होगा इसका विजन
तय्यार कर पहले घोशनाए करवायो विजन बताओ वरना धर्म के नाम पर तो कोई भी
जज्बात भड़का कर वक्ती तोर पर देश और लोगों को ठग सकता है लेकिन फिर देश उसे
माफ़ नहीं करता यह आप सभी जानते है यह देश देश की जनता केसे केसे धर्मांध
नेताओं को नकार चुकी है न मुस्लिम लीग आगे बढ़ी है ना विश्व हिन्दू परिषद ही
सत्ता में भागीदार बनी है देश देशवासियों का है यह ना हिन्दू का है ना
सिक्ख का न मुसलमान और न इसाई का है इसकी एक ही पहचान राष्ट्रीयता
हिन्दुस्तानी भारतीयता की है जिसे बने रहने दे ..और चेंलेंज स्वीकार करे आज
से ही आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी से इन समस्याओं पर बुलवाकर दिखाए फिर पता
चल जायेगा के वोह सियासत कर रहे है या राष्ट्रभक्ति यकीन मन्ना में और मेरे
जेसे कई लोग अगर मोदी इन मुद्दों पर विजन बनाकर बोलते है व्यवहारिक
राष्ट्रीयता की योजना बनाते है तो सभी खुलेमन से उनका साथ देंगे ..अगर है
हिम्मत सो कोल्ड राष्ट्रवादियों तो अब मोदी के हर भाषण में इन बैटन का
ज़िक्र करवाए इन मामलों का विजन दिखाएँ और सटोरियों काल्बज़रियों विदेशी
कालाधन को भारत में केसे लायेंगे देश को बताये ..पेट्रोल ..बिजली ..खाध्य
पदार्थों के मूल्य शिक्षा चिकित्सा खर्च कम केसे करेंगे बताये ..बजट केसा
बनायेंगे बताये ..वायदा व्यापारियों और कालाबाजारियों के खिलाफ क्या
कार्यवाही होगी उसे केसे बंद कर कानून बनायेंगे बताएं वर्ना सटोरियों और
कालाबाजारियों ..उद्ध्योग्प्तियों अमेरिका और नक्सलियों और बोडो वगेरा के
लोगों के मामले में खामोश रहकर देश को धर्म के नाम पर भ्रमित न करे प्लीज़
प्लीज़ धर्म तो लोगों के दिलों में ज़िंदा है धडकनों में है ..और हिन्दू का
धर्म हिन्दू हो सकता है मुसलमान का धर्म इस्लाम हो सकता है लेकिन मेरे इस
देश का धर्म तो सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रीयता राष्ट्र धर्म है और जो इस धर्म
की पूजा करेगा सत्ता में तो वही आएगा वर्ना कई मदारी आये कई मदारी चले गए
उनका खेल तमाशा जनता ने देखा तो सही लेकिन उन्हें अंगूठा ही दिखाया है जनाब
............अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
16 जुलाई 2013
हिन्दू का धर्म हिन्दू हो सकता है मुसलमान का धर्म इस्लाम हो सकता है लेकिन मेरे इस देश का धर्म तो सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रीयता राष्ट्र धर्म है और जो इस धर्म की पूजा करेगा सत्ता में तो वही आएगा वर्ना कई मदारी आये कई मदारी चले गए उनका खेल तमाशा जनता ने देखा तो सही लेकिन उन्हें अंगूठा ही दिखाया है जनाब
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