नई दिल्ली। पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण नेहरु का आज लोधी रोड स्थित श्मशान घाट में पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान कांग्रेस और भाजपा के कई बड़े नेताओं समेत उनके परिवार के लोग यहां मौजूद थे। अरुण नेहरू को मुखाग्नि प्रियंका वाड्रा के पुत्र रेहान ने दी। इस मौके पर संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा और उनके पति राबर्ट वाड्रा और केंद्रीय मंत्री फारूख अब्दुल्ला, दिल्ली की सीएम शीला दीक्षित, राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता अरुण जेटली, केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट के आनंद शर्मा और अन्य कई राजनेता भी मौजूद थे। अरुण नेहरू अपने पीछे पत्नी सुभद्रा और दो बेटियां राधिका और अवंतिका को छोड़ गए हैं।
कभी राजीव गांधी के सबसे बड़े रणनीतिकार रहे और उनके रिश्तेदार अरुण नेहरू का गुरुवार रात 10.45 पर निधन हो गया। वे कुछ दिनों से बीमार थे। गुडग़ांव के फोर्टिस अस्पताल में उनका निधन हो गया। अरुण नेहरू 69 साल के थे। राजीव गांधी के मंत्रिमंडल में अरुण गृह राज्यमंत्री होते थे। लेकिन बाद में आपसी विवाद के कारण कांग्रेस छोड़ दी। वीपी सिंह के साथ जनता दल में रहे। फिर भाजपा में आए गए। वे तीन बार लोकसभा के सदस्य रहे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)