नई दिल्ली. उत्तराखंड में कुदरत का कहर झेल
रहे लोगों के साथ बलात्कार की खबरों पर राज्य के मुख्यमंत्री विजय
बहुगुणा का कहना है कि पुलिस-प्रशासन के पास ऐसी एक भी शिकायत नहीं आई है।
उनका कहना है कि शिकायत आने पर कार्रवाई होगी। आफत से बचे कई लोगों ने अपनी
आपबीती सुनाते हुए पीडि़तों के साथ बलात्कार और लूटपाट की घटनाओं का
जिक्र किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में 16 जून को भारी बारिश और बाढ़ के बाद मरने वालों की तादाद के बारे में निश्चित तौर पर कभी कुछ नहीं कहा जा सकता। अब राज्य में मलबों में दबे लोगों का दाह संस्कार करना सबसे पहली चुनौती है।
कुदरत की इस तबाही के बीच कुछ लोग शवों से ही अपनी जेब भरने में जुटे
हैं। राहत एवं बचाव कार्य में जुटी सेना ने ऐसे दो लोगों को पकड़ा है
जिनके पास हजारों रुपये और सोने के जेवर मिले हैं। केदारनाथ और गौरीकुंड
में आपदा प्रभावितों को मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराने में जुटी टीम के एक
सदस्य डॉक्टर प्रदीप भारद्वाज ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पिछले दिनों
इनका कैंप गौरीकुंड में चल रहा था कि दो लोग वहां इलाज के लिए आए। राहत टीम
के एक सदस्य ने इन लोगों के पास प्रेशर कुकर देखा तो उन्हें शक हुआ।
इन्होंने सेना के जवानों को खबर कर दी। जवानों ने जब प्रेशर कुकर खोले तो
सभी दंग रह गए। उसमें दर्जनों हाथ की कटी उंगलियां थीं जिनमें अंगूठी थी।
इस बीच, हिमालय क्षेत्र में आने वाले इन राज्यों में झील फटने से आने
वाली बाढ़ का खतरा बना हुआ है। हिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड, हिमाचल
और जम्मू-कश्मीर के आसपास 8000 ऐसी झीलें हैं जो हिमालय से पिघलने वाले
बर्फ से बनी हुई हैं। इनमें 200 झीलें बेहद खतरनाक हैं।
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