रायपुर। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने
छत्तीसगढ़ सरकार पर कांग्रेसी नेताओं के नरसंहार की साजिश में शामिल होने
का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि सीएम रमन सिंह बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ
सिंह को नक्सली हमले के पल-पल की अपडेट दे रहे थे
वहीं बस्तर के दरभा घाटी में कांग्रेस नेताओं की हत्या
के बाद अब नक्सलियों ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के साथ ही अन्य
नेताओं-अफसरों को धमकाया है। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने घटना
की जिम्मेदारी लेते हुए इस आशय की एक विज्ञप्ति जारी की है।
सीपीआई माओवादी दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता गुड्सा
उसेंडी ने विज्ञप्ति में कहा है कि दंडकारण्य के क्रांतिकारी आंदोलन के
खिलाफ खड़े हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, गृहमंत्री ननकी राम
कंवर, मंत्री रामविचार नेताम, केदार कश्यप, विक्रम उसेंडी, राज्यपाल शेखर
दत्त, महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटिल, छत्तीसगढ़ के डीजीपी रामनिवास
और एडीजी मुकेश गुप्ता जैसे पुलिस के आला अधिकारी इस गफलत में हैं कि कोई
उनका बाल बांका भी नहीं कर सकता। महेंद्र कर्मा ने भी यही भ्रम पाल रखा था कि जेड प्लस सिक्योरिटी और बुलेट प्रूफ गाडिय़ां उसे हमेशा बचाएंगी।
हिटलर और मुसोलिनी भी इसी घमंड में थे। हमारे देश में इंदिरा गांधी और
राजीव जैसे फासीवादी भी इसी गलतफहमी के शिकार थे, लेकिन जनता अपराजेय है।
इसके अलावा विज्ञप्ति में दंडकारण्य से सभी अर्धसैनिक बलों को हटाने
की मांग की गई है। साथ ही ऑपरेशन ग्रीन हंट बंद करने, प्रशिक्षण के नाम पर
सेना की तैनाती रोकने तथा वायुसेना का हस्तक्षेप बंद कने की भी माग की गई
है। (
दूसरी ओर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, राज्यसभा में नेता
प्रतिपक्ष अरुण जेटली, पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री सौदान सिंह
और प्रदेश प्रभारी जेपी नड्डा बुधवार सुबह रायपुर पहुंचे। उन्होंने नक्सली
हिंसा में मारे गए अध्यक्ष नंद कुमार पटेल के गांव नंदेली जाकर परिजनों से मुलाकात की।
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