नई दिल्ली। अपने डॉयलाग के कारण विवादों में हो चुकी फिल्म ‘गिप्पी‘ के
लीड रोल के लिए 30 हजार बच्चों में से रिया विज का चयन किया गया था। यह
खुलासा खुद फिल्म की निर्देशक सोनम नायर ने एक इंटरव्यू में किया। सोनम
कहती हैं कि अपने अपनी फिल्म की कहानी के अनुसार एक एक ऐसी लड़की की तलाश
थी तो 14 साल की किशोरी की भूमिका कर सके। दिल्ली और मुंबई में कई बार
ऑडिशन लिए गए। तब जाकर 30 हजार बच्चों में से एक कुछ को शार्टलिस्टेड
किया गया। इसके बाद इन बच्चों के साथ कई दौर की वर्कशॉप की गई। मुझे
उम्मीद नहीं थी कि इसमें कोई बहुत शानदार अभिनय कर पाएगे। लेकिन रिया ने
सबको पछाड़ दिया।
फिल्म गुरुवार को यूएई में रिलीज हो गई है। भारत में शुक्रवार को
रिलीज होनी है। इसमें एक विवादित डायलॉग है कि मेरे तो छोटे-छोटे समोसे
जैसे हैं (प्रोमो से गायब हुए गिप्पी के छोटे-छोटे समोसे)। मध्य प्रदेश बाल आयोग का कहना है कि अगर फिल्म इस डायलॉग के साथ रिलीज होती है आयोग इसके खिलाफ कोर्ट जाएगा।
फिल्म के निर्माता करण जौहर कहते हैं कि रिया को देखकर हमने पहले ही
दिन से जान लिया था कि यह लड़की गिप्पी जैसी दिखती है। शुरूआत में रिया
में कुछ अधिक झिझक थी लेकिन जैसे जैसे शूटिंग बढ़ती गई, उसकी झिझक दूर होती
गई।
सोनम कहती हैं कि गिप्पी की स्टोरी कोई काल्पनिक स्टोरी नहीं है
बल्कि ऐसा घटना उनके व्यक्तिगत जीवन में घट चुकी है। पहले तो मैं सिर्फ
फिल्म की कहानी लिखना चाहती थी। जिंदगी में जो भी घटा, उसके शब्दों के
माध्यम से कागजों पर उतारना शुरू भी कर दिया था। बचपन में मैं मोटापे की
शिकार थी जिसके कारण हर जगह मेरा मजाक उड़ाया जाता था। जिंदगी के उतार
चढ़ाव को जब लिखने बैठी तो यह फिल्म के लिए बन गई। इस फिल्म की कहानी को
लेकर सोनम निर्देशक अयान मुखर्जी के पास पहुंचीं तो उन्होंने इसे करण जौहर
को दिखाने की सलाह दी। सोनम को लगा कि शायद करण इस कहानी को पसंद नहीं
करेंगे। लेकिन जब वह करण को स्टोरी दिखाई तो उन्हें वह बहुत पसंद आई।
इसके बाद फिल्म में पैसा लगाने के लिए करण तैयार हो गए।
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