लगातार बढ़ रही इंटरनेट की पहुंच और उसके असर पर किए गए अध्ययन से यह बात सामने आई है कि इस पर बनने वाले वर्चुअल रिश्ते तकनीक के मोहताज होते हैं और मानसिक दिक्कतों को बढ़ावा देने वाले होते हैं।
तेल अवीव यूनिवर्सिटी के मानसिक स्वास्थ्य विभाग प्रमुख डॉ. यूरी निटजैन ने शलवटा मेंटल हेल्थकेयर सेंटर के लिए किए गए अध्ययन में पाया कि लोगों के साथ लगातार फेसबुक पर चैट करने व एक्टिव रहने से आपके मन में हमेशा सामने वाले की नाराजगी का डर बना रहेगा।
वो अगर नाराज होता है तो आप उसे मनाने लगेत हैं। दूसरी ओर आपके लिए अलग-अलग तरह के कमेंट आते हैं, जिन्हें आप कई बार दिल पर ले लेते हैं। फिर कमेंट का सिलसिला चल निकलता है। इस तरह से विचारों का एक जाल आपके दिमाग में बनने लगता है। अध्ययन के अनुसार जब आप फेसबुक से बाहर आते हैं तो अकेलेपन के शिकार हो जाते हैं
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