जयपुर। सेना के जैकेट में छिपाकर ले जा रहे 30 किलो सोना
पकड़ने के मामले में नया खुलासा हुआ है। यह सोना जिस द्वारका ज्वैलर्स के
मालिक द्वारका दास ने मंगाया था, वे जैसलमेर कोतवाली के हिस्ट्रीशीटर हैं।
उन पर सोने की तस्करी के 7 मामले दर्ज हैं और 1992 में राष्ट्रीय सुरक्षा
कानून (रासुका) के तहत गिरफ्तार भी हो चुके हैं।
पुलिस ने शनिवार रात द्वारका दास से पूछताछ की। इसके बाद उन्हें छोड़
दिया। एडिशनल पुलिस कमिश्नर डॉ. गिर्राज मीणा ने बताया कि जोधपुर निवासी
द्वारका दास सोनी का जैसलमेर में सोने की तस्करी का गिरोह था। उन पर 1989
में पहला मुकदमा जैसलमेर कोतवाली में दर्ज हुआ था। वे पड़ोसी देश से सोने
की तस्करी मामले में 1992 में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार हो
चुके हैं।
इसके बाद उनकी जैसलमेर कोतवाली में हिस्ट्रीशीट खोली गई थी। इस
हिस्ट्रीशीट की जांच जून 2005 में जोधपुर एसपी को ट्रांसफर कर दी गई थी।
द्वारकादास अभी तक सिर्फ 1989 में दर्ज हुए पहले मामले में ही बरी हुए हैं,
जबकि अन्य मामलों में जांच चल रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)