जयपुर.कानोता स्थित आवाज फाउंडेशन संस्था के कर्मचारियों ने न
केवल गांधीनगर स्थित बालिका गृह की मूक-बधिर बच्चियों से दुष्कर्म किया,
बल्कि आवाज फाउंडेशन में रहने आईं अन्य जगहों की मूक-बधिर बच्चियों को भी
शिकार बनाया। सभी की उम्र 14 से 17 साल के बीच है। बालिका गृह की दुष्कर्म
पीड़िता दो बच्चियों ने रविवार को काउंसलिंग के दौरान यह खुलासा किया।
दोनों ने बताया कि उनके सहित करीब 10 बच्चियों से दुष्कर्म किया गया।
इनमें चार गांधीनगर स्थित बालिका गृह की तथा शेष अन्य संस्थानों की थीं।
दोनों पीड़िताओं ने जिन बच्चियों से दुष्कर्म हुआ, उनके नाम भी बताए हैं।
बाल कल्याण समिति ने इनके बयानों के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर पुलिस को दी
है। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के कारण
बच्चियां अपने घर चली गई हैं। ऐसे में कानोता पुलिस को सभी पीड़ित बालिकाओं
व उनके परिजनों से संपर्क कर बयान लेने को कहा गया है।
दुष्कर्म पीड़िताओं के नाम भी पुलिस को सौंपे गए हैं। इस मामले में
पुलिस आवाज फाउंडेशन की संचालिका अल्पना शर्मा, वार्डन अशोक प्रजापत, लिपिक
सुरेश बैरवा, सहायक गीता व सुरक्षाकर्मी महेश माली को गिरफ्तार कर चुकी
है।गीता को जमानत मिल चुकी है।
कुछ और बालिकाओं से दुष्कर्म की बात सामने आई
बाल कल्याण समिति जयपुर के अध्यक्ष रामप्रकाश बैरवा का कहना है कि
पीड़िताओं ने कई बालिकाओं के नाम बताकर उनके साथ दुष्कर्म होने की बात कही
है। ऐसी बालिकाओं की नाम मय सूची पुलिस को जांच के लिए सौंपी है। क्योंकि
जिन बालिकाओं के नाम बताए गए हैं उनमें से कुछ बालिकाएं बाहर की हैं। हम
लोग भी ऐसी बालिकाओं से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।
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