कहते हैं कि आज के घोर कलयुग में इवल एक देवता ऐसे हैं जो साक्षात रूप
में उपस्थित हैं और वे देव हैं रामभक्त हनुमान।संकटमोचन के रूप में पूजे
जाने वाले इन देव के वैसे तो पूरे भारतवर्ष में कई धाम होंगे लेकिन
राजस्थान के सरिस्का अभ्यारण के सुरम्य वातावरण में पवनपुत्र एक ऐसे रूप
में विराजमान हैं जो शायद ही पूरी दुनिया में कहीं और होगा।
यहां हनुमान जी की जो प्रतिमा विराजमान है वह देश ही नहीं विदेशों में
भी अपने अनोखेपन के कारण प्रसिद्ध हुई है अर्थात विदेशियों का जमावड़ा भी
हनुमानजी के इस मंदिर बखूबी देखा जा सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)