एक साज़ , एक आवाज़ और कुछ भी तो नहीं ,
सुर - लहरियों सी थिरकती रहती है जिंदगी ,
न सवाल किसी से और न जवाब मांगती ,
किसी मौन कवि की कल्पना है जिंदगी ,
अपने ख्यालों की दुरी तय करती हुई ,
बहुत दूर तलक जा - जाके लौटती है जिंदगी ,
कई निशान छोडती , कुछ खुद संग जोडती ,
हाँ इसी अहसास सुकुन का नाम है जिंदगी |
एक साज़ , एक आवाज़ और कुछ भी तो नहीं ,
सुर - लहरियों सी थिरकती रहती है जिंदगी ,
न सवाल किसी से और न जवाब मांगती ,
किसी मौन कवि की कल्पना है जिंदगी ,
अपने ख्यालों की दुरी तय करती हुई ,
बहुत दूर तलक जा - जाके लौटती है जिंदगी ,
कई निशान छोडती , कुछ खुद संग जोडती ,
हाँ इसी अहसास सुकुन का नाम है जिंदगी |
सुर - लहरियों सी थिरकती रहती है जिंदगी ,
न सवाल किसी से और न जवाब मांगती ,
किसी मौन कवि की कल्पना है जिंदगी ,
अपने ख्यालों की दुरी तय करती हुई ,
बहुत दूर तलक जा - जाके लौटती है जिंदगी ,
कई निशान छोडती , कुछ खुद संग जोडती ,
हाँ इसी अहसास सुकुन का नाम है जिंदगी |
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