आपका-अख्तर खान

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02 मार्च 2013

बहाना ना चाहूं मैं

बहाना ना चाहूं मैं बस गम के आँसू
पर थोड़ी सी खुशियां तुम लौटा तो दो
मैं भी बिखेरुंगा मुस्कान हर दम
मुझको भी कोई मुखौटा तो दो

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