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05 मार्च 2013

जब दिल ने दिल की सूनी आवाज

DrArvind Mishra
अब एक अच्छी सी कविता पढ़िए -
खामोशी
आँखों ने आँखों से
कह दिया सब कुछ
मगर जुबान खामोश रही

जब दिल ने
दिल की सूनी आवाज
धड़कन खामोश रही

तुम्हारे प्यार की
खुशबू से तृप्त
उठती गिरती साँसे देख
पलकें खामोश रहीं
-सुनीता सानू

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