आपका-अख्तर खान

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14 मार्च 2013

यह बंधन यह एतराजात

यह बंधन
यह एतराजात
यह लुका छिपी का खेल
यह रूठना
यह मनाना
यह नाराजगी का खेल
एक मिलन की आस
एक प्यार की प्यास
यह डर
यह खोफ का माहोल
खुदा या
अब तो जिंदगी दे दे
अब तो साँसे दे दे
अब तो मिला दे
मुझे मेरे प्यार से
अब तो बता दे
के हाँ
खुदा होता है
खुदा होता है .......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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