ये खून के रिश्ते दिल के दरमियां आते तो होंगे॥
मुंडेर पे छत की बैठ कबूतर गाते तो होंगे..
वो ब्याह कराना गुड्डे का,वो हाथ रचाना गुड़िया का
चोर बन आंगन के कोने छुप-छुप जाना मुनिया का
मुंह चिढ़ाकर नन्हे को सिर खुजलाना मुनिया का
गुस्से में नन्हे का आना,झोटा हिलाना मुनिया का
बच्चे, तेरे जहन में बैठे, ऱुठते मनाते तो होंगें...
मुंडेर पे छत की बैठ कबूतर गाते तो होंगे..
वो ब्याह कराना गुड्डे का,वो हाथ रचाना गुड़िया का
चोर बन आंगन के कोने छुप-छुप जाना मुनिया का
मुंह चिढ़ाकर नन्हे को सिर खुजलाना मुनिया का
गुस्से में नन्हे का आना,झोटा हिलाना मुनिया का
बच्चे, तेरे जहन में बैठे, ऱुठते मनाते तो होंगें...
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