Atul Kanakk
दिये हैं जिसने कई घाव दिले नाजुक पर
उसी के सामने ये दर्द भी रोकर देखें/
तेरा निज़ाम है- ठुकरा दे मेरी हस्ती को,
भला क्या रंग दिखाती है ये ठोकर- देखें।।
दिये हैं जिसने कई घाव दिले नाजुक पर
उसी के सामने ये दर्द भी रोकर देखें/
तेरा निज़ाम है- ठुकरा दे मेरी हस्ती को,
भला क्या रंग दिखाती है ये ठोकर- देखें।।
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