जयपुर। सस्ते मकान सहित कई मांगों को लेकर चल रहा वकीलों का
प्रदर्शन गुरुवार को हिंसक हो गया। वकीलों ने पुलिस की एक वैन और एक कार को
आग लगा दी औऱ सौ से ज्यादा वाहनों के शीशे तोड़ दिए। इधर, पुलिस ने भी
वकीलों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। वकील कोर्ट के अंदर थे और
पुलिस कोर्ट के बाहर खुले में, ऐसे में वकीलों ने जमकर पुलिसकर्मियों पर
पथराव किया जिसमें 50 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने एक
के बाद एक आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए। जिसके बाद कलेक्ट्रेट
सर्किल पर जंग जैसा माहौल हो गया।
वकीलों ने की आगजनी
वकीलों ने कलेक्ट्रेट सर्किल पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर जमकर पथराव किया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागे। वकीलों ने वहां खड़ी एक पीसीआर वैन में आग लगा दी। वहां मौजूद बसों व कारों के शीशे तोड़ दिए। इससे पहले वकीलों ने बेरिकेडिंग तोड़कर आग भी लगा दी थी।
गुरुवार दोपहर तक पुलिस और वकीलों के बीच रुक-रुक झड़प होती रही। वहीं वकीलों ने अब लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग भी शुरू कर दी है। साथ ही अतिरिक्त महाधिवक्ता, गवर्नमेंट काउंसिल और कांग्रेस में पदाधिकारी वकीलों से पदों से त्यागपत्र देकर लड़ाई में साथ देने का आह्वान किया है।
क्या था मामला
गौरतलब है कि बुधवार को बजट सत्र के दौरान वकील अपने लिए सस्ते आवास की मांग को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे, जो उग्र हो गया था। जिसके बाद पुलिस और वकीलों में लाठी भाटा जंग हुई थी। परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में वकील व पुलिसवाले घायल हुए थे। इसके बाद बार काउंसिल के आह्वान पर राजस्थान के वकील गुरूवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। हड़ताल से प्रदेशभर की अदालतों में हजारों मुकदमों की सुनवाई बाधित हुई है।
वकीलों ने की आगजनी
वकीलों ने कलेक्ट्रेट सर्किल पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर जमकर पथराव किया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागे। वकीलों ने वहां खड़ी एक पीसीआर वैन में आग लगा दी। वहां मौजूद बसों व कारों के शीशे तोड़ दिए। इससे पहले वकीलों ने बेरिकेडिंग तोड़कर आग भी लगा दी थी।
गुरुवार दोपहर तक पुलिस और वकीलों के बीच रुक-रुक झड़प होती रही। वहीं वकीलों ने अब लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने की मांग भी शुरू कर दी है। साथ ही अतिरिक्त महाधिवक्ता, गवर्नमेंट काउंसिल और कांग्रेस में पदाधिकारी वकीलों से पदों से त्यागपत्र देकर लड़ाई में साथ देने का आह्वान किया है।
क्या था मामला
गौरतलब है कि बुधवार को बजट सत्र के दौरान वकील अपने लिए सस्ते आवास की मांग को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे थे, जो उग्र हो गया था। जिसके बाद पुलिस और वकीलों में लाठी भाटा जंग हुई थी। परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में वकील व पुलिसवाले घायल हुए थे। इसके बाद बार काउंसिल के आह्वान पर राजस्थान के वकील गुरूवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। हड़ताल से प्रदेशभर की अदालतों में हजारों मुकदमों की सुनवाई बाधित हुई है।
हिंसात्मक प्रदर्शन बहुत ही बुरा है,जब गरीबो को सस्ते आवास की कमी है तो फिर वकीलों को क्यों मिले.
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