ग्वालियर। देश के पूर्व प्रधानमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता
अटल बिहारी वाजपेयी ने ग्वालियर के जिस गोरखी स्कूल में प्राथमिक शिक्षा
प्राप्त की, वहां एक तहखाना मिला है। इसमें वे सभी सुविधाएं मौजूद हैं, जो
किसी आवासीय परिसर में जरूरी होती हैं। इसका पता तब चला जब गोरखी स्कूल की
मरम्मत के लिए तैयार की जा रही कार्ययोजना का सर्वे किया जा रहा था।
शहर विकास को लेकर 24 अक्टूबर 2012 को आयोजित मंत्री व सांसदों की
बैठक के दौरान गोरखी स्कूल के मरम्मत की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश
दिए गए थे। जनप्रतिनिधियों का सुझाव था कि स्कूल की इमारत को मूलस्वरूप में
संरक्षित कर इसमें अटल जी का संग्रहालय बनाया जाना चाहिए।
कार्ययोजना बनाने की जिम्मेदारी नगर निगम को सौंपी गई है। निगम
कमिश्नर वेदप्रकाश ने प्रोजेक्ट ऑफिसर शिशिर श्रीवास्तव, इंटेक के अरविंद
शर्मा सहित तकनीकी अधिकारियों की एक समिति बनाकर स्कूल का सर्वे कराया।
मराठा शैली का है स्थापत्य
पुरातत्वविदों के अनुसार, गोरखी की इमारत मध्य भारत में मराठों के
प्रथम महल के रूप में जानी जाती है। इसका स्थापत्य मराठा मिश्रित शैली का
है। पुणे स्थित पेशवा के बाड़े की तर्ज पर ही गोरखी की इमारत का निर्माण
1806-10 के बीच हुआ था। सिंधिया रियासत की शुरुआत में बनी इस इमारत में
उनके निवास और कार्यालय दोनों ही थे।
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