अंजना चौहान सिंह
सुनो सुनो सुनो
महिला दिवस आने वाला है
फिर से समाज नारी का महत्त्व
बढ़ चढ़ कर बतलाने वाला है
नारी की महानता को लेकर
तरह तरह के कसीदे गढ़े जायेंगे
पूरा समाज ममतामय नज़र आयेगा
महिला पुजारी महिला सम्मान में
ग़ज़लें या कवितायें कह जायेगा
और कुछ ही पलों में कहीं ना कहीं
उसी नारी की इज्जत से खेल जाएगा
अबोध बालिका जिसका ना होगा कोई कसूर
उसका जीवन ही उसके लिए बन जायेगा नासूर
पाठशालाओं में गुरुओं के आगे हो या
हो घर का सुरक्षित स्थान
हर जगह आज हो रहा है नारी का अपमान
देश वासियों एक बीड़ा उठा लो
आने वाली पीढ़ियों को नैतिकता का पाठ पढ़ा लो
फिर कोई नारी की इज्जत से खेल ना पायेगा
फिर सही मायनो में महिला दिवस मनाया जाएगा .....अंजना चौहान
सुनो सुनो सुनो
महिला दिवस आने वाला है
फिर से समाज नारी का महत्त्व
बढ़ चढ़ कर बतलाने वाला है
नारी की महानता को लेकर
तरह तरह के कसीदे गढ़े जायेंगे
पूरा समाज ममतामय नज़र आयेगा
महिला पुजारी महिला सम्मान में
ग़ज़लें या कवितायें कह जायेगा
और कुछ ही पलों में कहीं ना कहीं
उसी नारी की इज्जत से खेल जाएगा
अबोध बालिका जिसका ना होगा कोई कसूर
उसका जीवन ही उसके लिए बन जायेगा नासूर
पाठशालाओं में गुरुओं के आगे हो या
हो घर का सुरक्षित स्थान
हर जगह आज हो रहा है नारी का अपमान
देश वासियों एक बीड़ा उठा लो
आने वाली पीढ़ियों को नैतिकता का पाठ पढ़ा लो
फिर कोई नारी की इज्जत से खेल ना पायेगा
फिर सही मायनो में महिला दिवस मनाया जाएगा .....अंजना चौहान
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