आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

13 मार्च 2013

लाचार होकर 4 से 12 हजार में बीवी-बेटियों को बेच रहे लोग



नई दिल्ली. महाराष्ट्र में सूखे ने राज्य के किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। महाराष्ट्र के 34 जिलों में सूखे का संकट है। इसे देखते हुए ईजीओएम ने 1207 करोड़ का सूखा पैकेज देने का फैसला किया है। लेकिन इस पैकेज का कितना सही इस्तेमाल हो पाएगा, इस पर बड़ा सवाल बना हुआ है। 
 
दूसरी तरफ, 'बेटी बचाओ' अभियान और महिला सशक्तिकरण के तमाम नारों के बावजूद देश के बड़े इलाके में महिलाओं पर जुल्म थम नहीं रहे हैं। सूखे और उससे उपजी गरीबी ने हालात को और खतरनाक बना दिया है। आंध्र प्रदेश में सूखे के चलते जिस्मफरोशी के लिए मजबूर महिलाओं की तरह ही उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के करीब एक दर्जन जिलों को मिलाकर बनने वाले बुंदेलखंड में भी आधी आबादी अपनी जान और इज्जत को बचाने की खामोश जंग लड़ रही है। केंद्र के पैकेज और मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश की सरकारों की पहल के बावजूद न तो इस इलाके का पिछड़ापन दूर हो रहा है और न ही महिलाओं का शोषण। 
 
बच्चों खासकर लड़कियों का 'मामा' कहलाना पसंद करने वाले शिवराज सिंह चौहान के सूबे में मौजूद बुंदेलखंड के सागर डिवीजन के पांच जिलों-सागर, छतरपुर, टीकमगढ, पन्ना और दमोह में 2004 से लेकर मार्च, 2011 के बीच सात सालों में 2230 लड़कियां गायब हुईं। इनमें से 482 लड़कियों का आज तक कोई पता नहीं चल पाया है। मध्य प्रदेश विधानसभा में 2011 में पेश आंकड़ों के मुताबिक सागर जिले से 482, पन्ना में 330, छतरपुर में 279, टीकमगढ़ में 345, दमोह में 2004 से 794 लड़कियों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुईं। इनमें से टीकमगढ़ में 50, सागर में 71, पन्ना में 88, दमोह में 221 और सागर में 52 युवतियां आज भी लापता हैं। बुंदेलखंड में लड़कियों की खरीद फरोख्त करने वाले कई गिरोह आदिवासी बाहुल्य जिलों-पन्ना और दमोह में सक्रिय हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...