बोकारो . बेटी पैदा हुई, लेकिन मां इसकी खुशी नहीं मना पा रही। उनकी आंखों से लगातार आंसू बह रहे हैं। वजह यह है कि बच्ची को कोई अज्ञात बीमारी हो गई है। डॉक्टरों ने हार मान ली है। उन्होंने कह दिया कि बच्ची का बचना मुश्किल है।
मां बच्ची को अपनी आंखों के सामने मौत की ओर बढ़ते देख नहीं पा रही। उन्होंने जिले के डीसी से बच्ची की इच्छामृत्यु मांगी है। शनिवार को बच्ची की मां पूनम, नाना शंकर गोसाईं, नानी, मामा संतोष रोते-बिलखते डीसी अरवा राजकमल के पास पहुंचे। डीसी ने तुरंत बीजीएच के डॉक्टरों को फोन कर कहा कि बच्ची का बेहतर इलाज किया जाए या फिर उसे रेफर किया जाए।
इधर, २० दिन पहले जन्मी बच्ची देर रात तक बीजीएच में ही एडमिट थी। डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए उसे कहीं रेफर करने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है।
यह है मामला
बोकारो के सेक्टर 12 निवासी शंकर गोसाईं की बेटी पूनम की शादी कतरास निवासी मनीष गोस्वामी से हुई थी। 27 जनवरी को पूनम ने बीजीएच में बेटी को जन्म दिया। जन्म के बाद ही बच्ची अज्ञात बीमारी से ग्रसित हो गई। बीजीएच से लेकर रांची के कई डॉक्टरों से इलाज कराया गया, लेकिन किसी को बच्ची की बीमारी का ही पता नहीं चला।
बच्ची के परिजनों के मुताबिक, उसका शरीर दिनोंदिन गलता जा रहा है। कोई दवा काम नहीं कर रही है। बेहतर इलाज के लिए कहीं जाने जैसी आर्थिक स्थिति भी नहीं है और बच्ची को तड़पकर मरते देख भी नहीं सकते हैं।
समाहरणालय में शनिवार को उपायुक्त अरवा राजकमल से मिलने पहुंचे बच्ची के परिजन।
बोकारो . बेटी पैदा हुई, लेकिन मां इसकी खुशी नहीं मना पा रही। उनकी आंखों से लगातार आंसू बह रहे हैं। वजह यह है कि बच्ची को कोई अज्ञात बीमारी हो गई है। डॉक्टरों ने हार मान ली है। उन्होंने कह दिया कि बच्ची का बचना मुश्किल है।
मां बच्ची को अपनी आंखों के सामने मौत की ओर बढ़ते देख नहीं पा रही। उन्होंने जिले के डीसी से बच्ची की इच्छामृत्यु मांगी है। शनिवार को बच्ची की मां पूनम, नाना शंकर गोसाईं, नानी, मामा संतोष रोते-बिलखते डीसी अरवा राजकमल के पास पहुंचे। डीसी ने तुरंत बीजीएच के डॉक्टरों को फोन कर कहा कि बच्ची का बेहतर इलाज किया जाए या फिर उसे रेफर किया जाए।
इधर, २० दिन पहले जन्मी बच्ची देर रात तक बीजीएच में ही एडमिट थी। डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए उसे कहीं रेफर करने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है।
यह है मामला
बोकारो के सेक्टर 12 निवासी शंकर गोसाईं की बेटी पूनम की शादी कतरास निवासी मनीष गोस्वामी से हुई थी। 27 जनवरी को पूनम ने बीजीएच में बेटी को जन्म दिया। जन्म के बाद ही बच्ची अज्ञात बीमारी से ग्रसित हो गई। बीजीएच से लेकर रांची के कई डॉक्टरों से इलाज कराया गया, लेकिन किसी को बच्ची की बीमारी का ही पता नहीं चला।
बच्ची के परिजनों के मुताबिक, उसका शरीर दिनोंदिन गलता जा रहा है। कोई दवा काम नहीं कर रही है। बेहतर इलाज के लिए कहीं जाने जैसी आर्थिक स्थिति भी नहीं है और बच्ची को तड़पकर मरते देख भी नहीं सकते हैं।
समाहरणालय में शनिवार को उपायुक्त अरवा राजकमल से मिलने पहुंचे बच्ची के परिजन।
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