मेरे जिस्म
मेरे सीने में
धडकते दिल
तू ही बता
तुझे हुआ क्या है ..
वोह तो
बेवफा है
उनका क्या
तू तो मेरा दिल है
सीने में
मेरे धडकता है
और इस धड़कन में
शामिल फिर भी बेवफा वही
हाँ वही
बेवफा है ..
ऐ दिल
तू ही बता
तुझे यह
हुआ क्या है ...
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कविता के भाव एवं शब्द का समावेश बहुत ही प्रशंसनीय है
जवाब देंहटाएंहर शब्द शब्द की अपनी अपनी पहचान बहुत खूब
बहुत खूब
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