उनकी
झील सी आँखों में
में समा तो गया
लेकिन
रफ्ता रफ्ता
दिल की धड़कन उनकी बढने लगी
उनकी साँसे चलने लगी
बस मुझे उन्होंने
दिल से यूँ निकाला
जेसे पहचानते ही नहीं
अब कहते है नो वेकेंसी नो वेकेंसी
तुम अब मेरे दिल में नहीं ................
झील सी आँखों में
में समा तो गया
लेकिन
रफ्ता रफ्ता
दिल की धड़कन उनकी बढने लगी
उनकी साँसे चलने लगी
बस मुझे उन्होंने
दिल से यूँ निकाला
जेसे पहचानते ही नहीं
अब कहते है नो वेकेंसी नो वेकेंसी
तुम अब मेरे दिल में नहीं ................
बहुत खुबसूरत एहसास पिरोये है अपने......
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