लखनऊ/नई दिल्ली। इलाहाबाद में रविवार शाम रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 36 लोगों (नाम यहां पढ़ें)
की मौत को लेकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की होड़ लगी है। रेलवे कह
रहा है कि पुल टूटने से हादसा होने की बात गलत है। यूपी सरकार का कहना है
कि कुंभ में स्नान में लोगों को कोई दिक्कत नहीं हुई और हादसा रेलवे की
लापरवाही का नतीजा है। रेल मंत्री पवन बंसल ने सोमवार शाम को घायलों के
परिजनों से मुलाकात की।
सोमवार (
को अपने को पाक-साफ बताने के लिए यूपी सरकार की ओर से प्रेस कांफ्रेंस की
गई। इसमें राज्य के पंचायती राज मंत्री बलराम सिंह मीडिया से मुखातिब हुए।
लेकिन वह पत्रकारों के सवालों की बौछार झेल नहीं सके। उन्होंने कहा कि
भीड़ अनुमान से ज्यादा थी। इसके बावजूद कुंभ में स्नान में लोगों को कोई
समस्या नहीं हुई। अब हादसा क्यों हुआ, इसकी जांच कराई जाएगी।
बलराम सिंह जब मीडिया के सवालों का जवाब आसानी से नहीं दे सके तो
मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने कमान संभाली। लेकिन पत्रकार लगातार सवाल
करते रहे। इस पर बलराम सिंह भड़क गए और उन्होंने झल्लाते हुए कहा कि आप
से जो कहा जा रहा है उसे सुनें तो सही। इस दौरान उस्मानी ने सरकार की ओर
से पूरी सफाई दी और कहा कि एक महीने के भीतर जिम्मेदारी तय की जाएगी और
हादसे के कारणों का पता लगाया जाएगा।
इलाहाबाद में हादसे के कई घंटों बाद भी बदइंतजामी का आलम बना हुआ है।
लाखों यात्री अभी भी वहां फंसे हुए हैं। इलाहाबाद से बाहर निकलने वाले सभी
रास्तों पर भारी जाम लगा है। वहीं, यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने इस
हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए नैतिकता के आधार पर कुंभ मेला प्रभारी पद से
इस्तिफा दे दिया है। यूपी के पंचायती राज मंत्री बलराम यादव ने कहा कि कुंभ
मेले में अनुमान से ज्यादा भीड़ हो गई थी। यूपी सरकार मृतकों को पांच लाख
रुपये मुआवजा देगी। हादसे के दोषियों का पता जांच के बाद ही चलेगा।
यही नहीं, स्वरूप रानी मेडिकल हॉस्पिटल हरियाणा के बल्लभगढ़ से आए एक
व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि उनके परिजन का शव सौंपने के एवज में
अस्पताल के एक कर्मचारी ने 1200 रुपए की रिश्वत मांगी। यह जानकारी
सार्वजनिक होते ही लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा चल ही रहा था कि
इलाहाबाद के कमिश्नर देवेश चतुर्वेदी घायलों से मिलने अस्पताल पहुंच गए,
लेकिन लोगों ने उनके साथ धक्कामुक्की की। लोगों का आक्रोश देखते हुए
चतुर्वेदी वहां से निकल गए। उन्होंने शव के बदले पैसे मांगने की बात को
गलत बताया और कहा कि हर एक मृतक पर जिला प्रशासन की तरफ से 5000 रुपए मंजूर
किए गए हैं और शव को घर तक पहुचाने के लिए एंबुलेंस का भी इंतजाम किया
गया है।
यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्य सचिव श्जावेद उस्मानी तथा
पुलिस महानिदेशक एसी शर्मा को आज ही इलाहाबाद जाकर दुर्घटना में घायल हुए
लोगों के उपचार और वहां कराए जा रहे राहत कार्यों का मौके पर देखरेख करने
के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही पंचायती राज मंत्री बलराम यादव और परिवहन
मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव भी इलाहाबाद पहुंच रहे हैं। इलाहाबाद में हुए
हादसे का निरीक्षण करने के लिए आ रहे रेल मंत्री पवन बंसल ने कहा है कि
रेलवे की तरफ से हादसे में मरने वालों के परिजनों को एक लाख रुपये मुआवजा
दिया जाएगा।
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