अभी दो सप्ताह पहले पाकिस्तान के सेनिकों ने नापाक हरकत करते हुए सभी
इस्लामिक सिद्धांतों को ताक में रख कर गेर इस्लामिक शेतानी तरीके से हमारे
भारत की रक्षा सीमा पर जान गंवा देने वाले शहीद का सर धड से अलग किया और उस
सर को लेकर चले गए ..सरकार खामोश है ...एयर लेफ्टिनेंट कहते है के अगर
सरकार हुकम दे तो हम पाकिस्तान को तबाह कर देंगे कथित देश भक्त ..कथित
धर्मभक्त कभी अख़बारों में तो कभी सोशल मिडिया फेसबुक आर अपने विचार प्रकट
करते है इस मामले में कुछ लोग साम्प्रदायिकता की भी बात करते है .....फोज
ब्रिगेडियर स्तर की बैठक करती है बे नतीजा निकलती है ...कोई शहीद का सर
लाने के बदले एक करोड़ की कीमत लगाता है शहीद के गाँव वाले और परिजन भूख
हडताल कर देते है लेकिन दुश्मन देश पाकिस्तान के इस नापाक इरादे और नापाक
कारनामे का सबक सिखाने का प्रयास किसी ने भी नहीं क्या कवि ..लेखक केवल
शब्द बाण चला कर अपनी देशभक्ति ज़ाहिर कर इतिश्री कर लेता है लेकिन सभी
जानते है यह वीर रस की बात करने वाले लोग अगर सरहद पर छोड़ दिए जाये तो इनकी
पेंटें संसद में हमले वक्त सांसदों की तरह पीली हो जायेंगे ..हमारे देश
में यह दिखावा एक वक्त बर्बाद करता है दुसरे माहोल बिगाड़ता है ...आज हमे
सरकार पर पाकिस्तान पर हमले का दबाव बनाना चाहिए ....सभी जानते है के
भारतीय आन बान शान वाला देश है यहाँ पगड़ी के लियें जान दे देते है और जान
ले लेते है तो फिर यह तो सर काट कर ले जाने की बात है हमारे देश में सर
काटने के मामले में खुदा गवाह फिल्म भी बनाई गयी है ऐसे ही किस्से बीकानेर
की जर जमीन के है ..हमारी फोज और पाकिस्तान की फोज में यही फर्क है वहा अगर
किसी कायर किसी मुर्खानंद को जनता कुर्सी पर बिठा देती है तो वहा की फोज
लोकतंत्र की सभी मर्यादाये ताक में रख कर उस मुर्खानंद प्रधानमन्त्री
राष्ट्रपति को गिरफ्तार करती है और ओअप्ने देश की सरहदों की हिफाज़त अपने
हिसाब से करना शुर कर देती है इसे दूसरी भाषा में तख्ता पलट भी कहते है
अमेरिका में अगर अफगानी आतंकवादी आतंक बरपा करते है तो अमेरिका किसी से
पूंछता नहीं है वोह अपनी आन बान शान और बदले के लियें अफगानिस्तान और इराक
को तबाह कर देता है निर्दोषों की खून की नदिया बहा देता है ...फलस्तीन अगर
जरा भी गडबडी करता है तो इजराइल उसका नामो निशान मिटा देता है बस हमारा देश
ही ऐसा है जहाँ मुबई कांड हो ..चाहे सीमा पर हमले हो चाहे सेनिकों की
हत्याएं हो हमारे मुर्खानंद नेता आरोप प्रत्यारोप करते है लेखक ..पत्रकार
...कवि ..धर्म से जोड़ कर अनाप शनाप बकवास लिख कर माहोल बिगाड़ने की साजिश
करते है और बेचारे सेनिक सीमाओं पर खड़े होकर सरकार के हमले का हुक्म का
इन्तिज़ार कर कुछ दिनों कुछ महीनों बाद हार थक कर वापस लोट जाते है दोस्तों
..कवियों ..लेखकों ..पत्र्कारों ...सियासी लीडरों ..गली नुक्कड़ों के सियासत
से जुड़े लोगों आपसे गुजारिश है आज देश को आपके जोश आपके सुझाव की जरूरत है
सरकार पर ऐसा दबाव बनाये के हमारे राष्ट्रपति भवन में परमाणु बम का बटन
दबाया जाए और दुश्मन हमेशा हमेशा के लियें साफ़ हो जाए क्या ऐसा हम कर
सकेंगे क्या इस अभियान में आप मेरी मदद करोगे अगर हाँ तो मेरे इस संदेश को
जहां तक पहुचा सको पहुँचाओ प्रधानमन्त्री राष्ट्रपति पर दुश्मन देश की
तबाही का बटन दबाने के लियें मजबूर कर दो ताके हम हमेशा के लियें सुकून की
नींद सो सके ......अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 जनवरी 2013
प्रधानमन्त्री राष्ट्रपति पर दुश्मन देश की तबाही का बटन दबाने के लियें मजबूर कर दो ताके हम हमेशा के लियें सुकून की नींद सो सके
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कवियों और लेखकों कि आलोचना करना कतई सही नहीं है क्योंकि वो अपना काम कर रहें हैं वो कवि है तो औजरस की कवितायें लिखकर देशभक्ति का भाव ही जगा रहें हैं !!
जवाब देंहटाएंhttp://357123.blogspot.in/
जवाब देंहटाएंFor writing correctly in Hindi आप उपरोक्त लिंक का प्रयोग कर सकते है ...
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I believe that you never fought for any wrong case in the court for money/ fame ...