नई दिल्ली। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सात साल (2006-07 से
सितंबर 2012 तक) में वायुसेना के विमानों व हेलीकॉप्टरों से 49 बार यात्रा
की। बावजूद इसके कि वे इसकी पात्र ही नहीं थीं। राष्ट्रीय सलाहकार परिषद
की अध्यक्ष सोनिया इस दौरान 23 बार प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सहयात्री
थीं। आरटीआई कार्यकर्ता रमेश वर्मा को रक्षा मंत्रालय एवं वायुसेना
मुख्यालय ने यह जानकारी दी है।
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने तीन साल में आठ बार वायुसेना के
विमानों/हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया। जबकि वायुसेना के नियमों के
मुताबिक, सोनिया और राहुल दोनों को अपने नाम से वायुसेना के विमान या
हेलीकॉप्टर आरक्षित कर यात्रा करने की पात्रता नहीं है। यानी वे इसकी
पात्रता रखने वालों के साथ ही यात्रा कर सकते हैं।
यूपीए अध्यक्ष सोनिया और राहुल की एक-एक यात्रा का पैसा भी बकाया है।
वायुसेना के कर्नाटक सरकार पर सोनिया की यात्रा के 1.17 करोड़ रुपए बाकी
हैं। इसी तरह कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की यात्रा के असम सरकार पर 8.26
लाख रुपए बकाया हैं। दोनों राज्य सरकारों ने इन नेताओं की यात्राओं के लिए
वायुसेना के विमान बुक कराए थे।
संसद में 7 मई 2012 को रक्षा मंत्री एके एंटनी ने बयान में कहा था कि
प्रधानमंत्री, उपप्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और गृह मंत्री सरकारी कामकाज
के लिए वायुसेना के विमानों का उपयोग करने के पात्र हैं। गैर सरकारी
कार्यों के लिए केवल प्रधानमंत्री इनका उपयोग कर सकते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)