जयपुर.चिंतन शिविर समाप्त होने के बाद कांग्रेस के युवा नेताओं
में नया जोश नजर आ रहा है, वहीं कई स्थापित पुराने नेताओं में आरजी (राहुल
गांधी) फैक्टर का खौफ है।
आरजी फैक्टर ने कई पुराने नेताओं को पार्टी में उनकी जमीन खिसकने का
भय पैदा कर दिया है। राहुल गांधी ने चिंतन शिविर के दौरान ग्रुप चर्चा में
जिस तरह युवाओं को मौका दिया और पार्टी के पुराने सिस्टम की आलोचना की,
उससे पुराने नेताओं को अब उनके महत्व कम होने का डर सता रहा है।
कांग्रेस के एक बड़े नेता ने कहा कि ग्रुप चर्चा में आरजी फैक्टर ने
कई दिग्गज नेताओं को युवाओं के आगे चुप रहने पर मजबूर कर दिया था।
आरजी फैक्टर के राजस्थान के लिए मायने
> जयपुर घोषणा के बाद अब पार्टी संगठन में व्यापक बदलाव तय है, ऐसे पदाधिकारी परेशान हैं जिनकी परफॉर्मेंस कमजोर है।
> पार्टी में यूथ कांग्रेस से आई राहुल की टीम के नेताओं का
महत्व बढ़ेगा। कांग्रेस के बड़े नेताओं में चर्चा है कि अब तो युवा नेताओं
का बोलबाला रहेगा।
> नए सिरे से संगठन में जिम्मेदारियां तय होंगी, कई निष्क्रिय नेताओं की छुट्टी होना तय।
> दागी, जोड़तोड़ कर पद लेने वाले और पार्टी के लिए काम नहीं
करने वाले नेताओं को टिकट मिलना पुराने दिनों की बात हो सकती है। कई नेताओं
को टिकट कटने का डर।
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