मानवाधिकार क्षेत्र में कार्यरत राजस्थान में कोटा की संस्था ह्युमन रिलीफ सोसाइटी ने आज आयोजित बैठक में आगामी दस दिसम्बर विश्व मानवाधिकार दिवस को काला दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की ...आज कोटा में आयोजित बैठक में सोसाइटी के महासचीव एडवोकेट अख्तर खान अकेला अध्यक्ष एडवोकेट आबिद हुसेन अब्बासी ने कहा के वर्ष उन्नीस सो तिरानवे से मानवधिका अधिनियम बनाया गया है और आयोग के सभी चेयरमेन सेवानिवृत्त मुख्य न्यायधीश नियुक्त किये जाते है फिर भी मानवाधिकार अधिनियम की सरकार पूर्ण रूप से पालना नहीं कर सकी है सरकार ने अधिनियम की धरा 30 के प्रावधानों के तहत बीस साल के लगभग गुज़र जाने के बाद भी आज तक मानवाधिकार न्यायलयों का गठन नहीं किया है इतना ही नहीं अधिनियम की धारा इकत्तीस के प्रावधान के तहत मानवाधिकार हनन मामलों की सुनवाई के लियें विशेष लोक अभियोजक नियुक्त नहीं किये है जबकि लगभग दस वर्षों से लगातार इस मामले में सोसाइटी की तरफ से ज्ञापन दिए जा रहे है .............अदेवोकेट अख्तर खान अकेला और आबिद हुसेन अब्बासी ने कहा के राजस्थान में पुलिस अधिनियम 2007 में पारित हो गया था लेकिन दुखद बात है के अधनियम के प्रावधानों के तहत अब तक पुल;इस कल्याण समिति ..पुलिस आयोग ..पुलिस जवाबदेही समिति ..और पुलिस के तबादले वगेरा के लियें स्थापना समिति का गठन नहीं किया है जबकि यह सभी आवश्यक प्रावधान है ..बुजुर्गों के उत्पीडन मामलों की सुनवाई का मामला हो चाहे महिलाओं पर अत्याचार घरेलू हिंसा के मामले हो ..ज्वेनाइल पुलिस यूनिट के घटन का मामला हो बल मजदूरी रोकने और कल्याण का मामला हो सभी में सरकारे नाकामयाब रही है ऐसे प्रतिकार के रोप में विश्व मानवाधिकार दिवस के दिन काला दिवस मनाने के आलावा कोई दूसरा आरास्ता नहीं बचा है क्योंकि जिस शीर्ष संस्था के चेयरमेन सेवानिव्रत न्यायधीश हों और उस संस्था को संचालित करने वाले अधिनियम के प्रावधान भी बीस में लागु नहीं किये जा सकें तो यह जनता के साथ मजाक नहीं और नहीं तो क्या है कागज़ी कानून बनाने का मतलब भी कुछ नहीं रह जाता है ..बैठक में एडवोकेट राम्स्व्रोप शर्मा ..मुकेश गुप्ता ..नवीन अग्रवाल एडवोकेट नईमुद्दीन काजी ..डोक्टर एजाज़ ..सुश्री आशा मल्लाह ..संजीव जेन ...प्रदीप पांचाल सहित कई लोग शामिल थे .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान ..प्लीज़ साथियों हो सके तो इसे अधिकतम शेयर कर निजी उपकार करें शुक्रिया ...........
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
05 दिसंबर 2012
विश्व मानवाधिकार दिवस दस दिसम्बर को काला दिवस मनाने की घोषणा
मानवाधिकार क्षेत्र में कार्यरत राजस्थान में कोटा की संस्था ह्युमन रिलीफ सोसाइटी ने आज आयोजित बैठक में आगामी दस दिसम्बर विश्व मानवाधिकार दिवस को काला दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की ...आज कोटा में आयोजित बैठक में सोसाइटी के महासचीव एडवोकेट अख्तर खान अकेला अध्यक्ष एडवोकेट आबिद हुसेन अब्बासी ने कहा के वर्ष उन्नीस सो तिरानवे से मानवधिका अधिनियम बनाया गया है और आयोग के सभी चेयरमेन सेवानिवृत्त मुख्य न्यायधीश नियुक्त किये जाते है फिर भी मानवाधिकार अधिनियम की सरकार पूर्ण रूप से पालना नहीं कर सकी है सरकार ने अधिनियम की धरा 30 के प्रावधानों के तहत बीस साल के लगभग गुज़र जाने के बाद भी आज तक मानवाधिकार न्यायलयों का गठन नहीं किया है इतना ही नहीं अधिनियम की धारा इकत्तीस के प्रावधान के तहत मानवाधिकार हनन मामलों की सुनवाई के लियें विशेष लोक अभियोजक नियुक्त नहीं किये है जबकि लगभग दस वर्षों से लगातार इस मामले में सोसाइटी की तरफ से ज्ञापन दिए जा रहे है .............अदेवोकेट अख्तर खान अकेला और आबिद हुसेन अब्बासी ने कहा के राजस्थान में पुलिस अधिनियम 2007 में पारित हो गया था लेकिन दुखद बात है के अधनियम के प्रावधानों के तहत अब तक पुल;इस कल्याण समिति ..पुलिस आयोग ..पुलिस जवाबदेही समिति ..और पुलिस के तबादले वगेरा के लियें स्थापना समिति का गठन नहीं किया है जबकि यह सभी आवश्यक प्रावधान है ..बुजुर्गों के उत्पीडन मामलों की सुनवाई का मामला हो चाहे महिलाओं पर अत्याचार घरेलू हिंसा के मामले हो ..ज्वेनाइल पुलिस यूनिट के घटन का मामला हो बल मजदूरी रोकने और कल्याण का मामला हो सभी में सरकारे नाकामयाब रही है ऐसे प्रतिकार के रोप में विश्व मानवाधिकार दिवस के दिन काला दिवस मनाने के आलावा कोई दूसरा आरास्ता नहीं बचा है क्योंकि जिस शीर्ष संस्था के चेयरमेन सेवानिव्रत न्यायधीश हों और उस संस्था को संचालित करने वाले अधिनियम के प्रावधान भी बीस में लागु नहीं किये जा सकें तो यह जनता के साथ मजाक नहीं और नहीं तो क्या है कागज़ी कानून बनाने का मतलब भी कुछ नहीं रह जाता है ..बैठक में एडवोकेट राम्स्व्रोप शर्मा ..मुकेश गुप्ता ..नवीन अग्रवाल एडवोकेट नईमुद्दीन काजी ..डोक्टर एजाज़ ..सुश्री आशा मल्लाह ..संजीव जेन ...प्रदीप पांचाल सहित कई लोग शामिल थे .........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान ..प्लीज़ साथियों हो सके तो इसे अधिकतम शेयर कर निजी उपकार करें शुक्रिया ...........
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