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27 दिसंबर 2012

थाने ले जा रहे पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार फरार हुए बदमाश


मलसीसर/अलसीसर (झुंझुनूं).जिले के बाजला गांव से पकड़े गए दो बदमाशों ने थाने लाते समय दो पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए। बदमाशों ने वारदात को गुरुवार रात मलसीसर थाने के समीप पेट्रोल पंप पर अंजाम दिया। उनकी तलाश में जिलेभर में नाकाबंदी कराई गई, लेकिन देर रात तक उनका कोई सुराग नहीं मिल सका। पुलिस को उनसे बरामद कार की डिक्की में एक लाश भी मिली है। माना जा रहा है कि बदमाश इसी लाश को ठिकाने लगाने आए थे। 
 
 
दोनों बदमाश गुरुवार दोपहर फोर्ड कार में बाजला गांव पहुंचे थे और इधर-उधर घूम रहे थे। इनकी संदिग्ध गतिविधियां देखकर ग्रामीणों ने टोका और पकड़कर बैठा लिया। शाम को करीब छह बजे ग्रामीणों ने मलसीसर थाने पर सूचना दी। 
 
हैड कांस्टेबल ओमप्रकाश यादव व कांस्टेबल बजरंगलाल सहित चार पुलिसकर्मी जीप लेकर गांव पहुंचे और बदमाशों से पूछताछ की, लेकिन वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इसके बाद पुलिसकर्मी उन्हें थाने लेकर रवाना हुए। एक पुलिसकर्मी आगे ड्राइवर के पास बैठा था, जबकि एक दोनों बदमाशों के साथ बैठा हुआ था। चौथा पुलिसकर्मी बदमाशों से बरामद कार थाने ला रहा था।
 
रात 7:45 बजे वारदात
 
रात 7:45 बजे थाने से कुछ दूर पहले दोनों बदमाशों ने पिस्तौल से अपने साथ बैठे पुलिसकर्मी पर फायर किए। आगे बैठे पुलिसकर्मी ने इन्हें रोकना चाहा तो उस पर भी गोलियां दाग दीं। इसके बाद दोनों फरार हो गए। पुलिस जीप के ड्राइवर संत कुमार ने दोनों घायल पुलिसकर्मियों खेतड़ी ब्लॉक के शिमला गांव निवासी हैड कांस्टेबल ओमप्रकाश व डूमरा गांव निवासी कांस्टेबल बजरंगलाल को अस्पताल पहुंचाया और थाने पर सूचना दी। अस्पताल में दोनों को मृत घोषित कर दिया गया।
 
बदमाशों की तलाश में लगाए 300 पुलिसकर्मी
 
झुंझुनूं एसपी कैलाशचंद्र विश्नोई ने बताया कि बदमाशों से बाजला गांव में बरामद फोर्ड कार को थाने लाए जाने के बाद उसकी तलाशी ली गई तो डिग्गी में एक लाश मिली। फरार बदमाशों की तलाश में 300 पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। आईजी सौरभ श्रीवास्तव जयपुर से झुंझुनूं के लिए रवाना हो गए हैं। पता चला है कि लाश भिवानी (हरियाणा) के नरसिंहवास गांव के पवन शर्मा की है। भिवानी एसपी सिमरनदीप सिंह के अनुसार पवन के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज था। उसकी हरियाणा में कई बार हैं।
 
8 साल में पुलिस पर 1000 हमले
 
वर्ष 2005 से जून 2012 के बीच पुलिस पर हमले की एक हजार वारदातें हुई हैं। इनमें से 32 घटनाओं में 35 पुलिसकर्मी मारे गए। 1677 से घायल हुए। पुलिस मुख्यालय की ओर से विधानसभा को सौंपी गई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई थी।

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