नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर रेप का आरोप लगाए जाने संबंधी मामले ने नया मोड़ ले लिया है। मध्यप्रदेश से पूर्व सपा विधायक किशोर समरीते की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कहा गया है कि इन आरोपों के पीछे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादवथे। राहुल पहले ही हलफनामा देकर अपने ऊपर लगे इस आरोप को गलत करार दे चुके हैं। पूर्व सपा विधायक किशोर समरीते ने पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट में भी अपने आरोप पर अड़े रहे थे। समरीते ने 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट में राहुल पर अमेठी की एक लड़की को अगवा कर उसके साथ रेप करने का आरोप लगाते हुए पीआईएल दायर की थी।
राहुल देश के सबसे चर्चित कुवारों में से भी एक हैं और कई लड़कियां उन पर मरती हैं (कुछ दिन पहले वह नई गर्लफ्रेंड को लेकर चर्चा में थे)। वह इन दिनों पार्टी के काम में सक्रियता बढ़ा रहे हैं (हालांकि 'इकोनॉमिस्ट' पत्रिका ने उनकी काबिलियत पर सवाल उठाए हैं) और इस मकसद से उन्होंने अपनी अलग टीम भी बनाई है। पारदर्शिता () की वकालत करने वाले राहुल पर देश की सबसे अमीर सियासी पार्टी कांग्रेस को अगले लोकसभा चुनाव और उससे पहले कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में सबसे ज्यादा वोट पाने वाली पार्टी बनाने का दारोमदार है। अब समरीते ने कोर्ट में जो कहा है, वह उनके लिए काफी राहत देने वाली बात है, पर इसका सपा और कांग्रेस के रिश्तों पर क्या असर पड़ता है, यह देखना दिलचस्प होगा। कांग्रेस अध्यक्ष रूटीन चेक अप के बाद सोमवार को अमेरिका से लौट आई हैं।
great news for every congress supporter .
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