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11 सितंबर 2012

32 गांवों में 50 फीसदी कुंवारे, कोई नहीं देता लड़की, दु:खी हैं बेचारे!


भोपाल/शिवपुरी।बचपन में पढ़े, पहलवानी की और फिर जब घर बसने की बात आई तो जिंदगी अकेली रह गई। उम्र 30 के पार हो गई, इतनी कट गई जो बची है वो भी गुजर जाएगी। यह पीड़ा हाजीनगर के छुन्ना गुर्जर की है, जो उसने दैनिक भास्कर डॉटकाम के सामने व्यक्त की। उसने बताया कि इस दौर से मैं अकेला नहीं बल्कि गांव के आधे लड़के गुजर रहे हैं।
जी हां! यह सच है कि शिवपुरी जिले के करैरा व नरवर तहसील के अंतर्गत आने वाले 32 गांवों के 50 फीसदी युवा शादी होने की उम्र पार कर गए हैं। ओवरएज हो रहे युवाओं में जहां करैरा अभयारण्य पर लगाई गई रोक न हटाए जाने को लेकर रोष है, वहीं अपने जीवन की हुई बदहाली पर नाराजगी भी।

उनका कहना है
केंद्र सरकार ने तो मान लिया कि सोन चिरैया नहीं है, अब प्रदेश सरकार को अभयारण्य क्षेत्र के बराबर जंगल विकसित करने का शपथ पत्र देना है। जिसके बाद रोक हट जाएगी।
लालसिंह रावत, डायरेक्टर
माधव नेशनल पार्क, शिवपुरी

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