आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

28 अगस्त 2012

सी ऐ जी कोयला घोटाला प्रधानमन्त्री जी शेम शेम ..............

सी ऐ जी कोयला घोटाला प्रधानमन्त्री जी शेम शेम ..............जी हाँ दोस्तों जरा  बात को समझने की कोशीश करना प्लीज़ ..खुद को कोंग्रेस , भाजपाई, हिन्दू , मुसलमान , सिक्ख , इसाई मत समझना मेरी पोस्ट मेरे जज्बात को अगर समझो तो  सिर्फ हिन्दुस्तानी और हिन्दुस्तानी समझकर पढना शायद समझ में आ जाए वरना पार्टी ....सियासत ....जाती ....समाज के बंधनों में तो मेरे यह विचार आपको कमबख्त और बदबख्त ही लगेंगे ......जनाब देश देख रहा है ..देश में टू  जी स्पेक्ट्रम घोटाले के बाद उसे भी बढ़ा घोटाला आपके सामने है ..यह आरोप किसी छावनी छाप आदमी का या फिर किसी सियासी पार्टी के नेता का नहीं है खुद देश की सरकार द्वारा विधि विधान के अनुरूप बने गयी सी ऐ जी का है .............जरा सोचिये सरकार की मान्यता प्राप्त एजेंसी प्रधानमन्त्री जी पर आरोप लगती है देश को नुकसान की बात है लाखों करोड़ों की नहीं अरबों रूपये के नुकसान की बात है ......प्रधानमन्त्री जी कहते है में सही हूँ सी ऐ जी की रिपोर्ट गलत है एक चोर एक आरोपी जिसके खिलाफ देश को नुकसान पहुँचने का आरोप है क्या उसे संसद में रहना चाहिए ..क्या उसे संसद में प्रधानमन्त्री की हेसियत से अपनी बात कहने का हक है नहीं ना फिर संसद में बहस की बात क्यूँ ...सरकारी लेखाकार सी ऐ जी ने अगर कोई ऊँगली उठाई है तो कुछ ना कुछ दाल में काला तो जरुर है .....हाँ अगर आप ईमानदार है तो अपनी बार संसद में कहने लेकिन एक प्रधानमन्त्री की हेसियत से नहीं ..उस वक्त प्रधानमन्त्री की सीट पर कोई दूसरा बेठे और आप यानी मनमोहन जी खुद को निर्दोष साबित करने के लियें अपना  वक्तव्य सफाई एक आम सांसद की तरह से ताके जांच में कार्यवाही में कोई पक्षपात ना हो अगर आप सही है आपकी दलीलों और तर्कों से सभी सहमत है तो आपको बरी क्र दिया जाएगा फिर से कुर्सी सम्भाल लेना लेकिन संसद की नोटंकी आधे इधर आधे उधर कल जो लोग मनमोहन सिंह को गालियाँ बकते थे आज उनकी गोदी में बेठे है ...बात अजीब आजीब है लेकिन सही भी है के भाजपा कोई दूध की धूलि नहीं है लेकिन आज अगर इस कोयला घोटाले में मनमोहन जी के ऊपर सरकारी एजेंसी के आरोप है तो बात में दम  है खुद मनमोहन जी को पद छोड़ना चाहिए और फिर खुद को निर्दोष साबित करना चाहिए वरना पद पर रहकर तो सारे सुबूत मिटाना बहुत बहुत आसान  काम  है जो पहले भी कई बार हो चुका है ...तो जनाब देश को एक उदाहरण पेश कर बताओ तुम चोर नहीं हो तुम भ्रष्ट नहीं हो यह साबित करने के लियें आपको प्रधानमन्त्री पद छोड़ना होगा और फिर अपनी बात सदन में कहिये सी ऐ जी के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाईये .....सुप्रीम  कोर्ट में इस रिपोर्ट को ख़ारिज करवाइए लेकिन  जो भी कीजिये कानून के दायरे में रहकर कीजिये ....भाजपा ने जो स्टेंड लिया है वोह सही और एकदम सही है क्योंकि एक आरोपी जिसके खिलाफ पर्याप्त सुबूत है अगर वोह प्रधानमन्त्री की सीट से खुद को निर्दोष कहेगा तो उसेक बाद के दर से उसकी गरिमा और ताकत के दर से कोई भी माय का लाल उसकी मुखालफत नहीं करेगा और निष्पक्ष जांच नहीं हो सकेगी तो जनाब आप बताइए सरकारी मान्यता प्राप्त एजेंसी से घोषित आरोपी को क्या पद पर बने रहने की जिद करना चाहिए ..क्या देश के सवा सो करोड़ लोगों का खून करना चाहिए तो दोस्तों अप बताइए के मनमोहन जी को ऐसे वक्त में क्या नेतिकता दिखाना चाहिए या फिर जो वोह कर रहे है वोह करे हुए बुढ़ापे में खुद के धुल डलवाना चाहिए ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...