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26 जुलाई 2012

राहुल टटोल रहे हैं प्रदेश की सियासी नब्ज


जयपुर. कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी इन दिनों राजस्थान की सियासी नब्ज टटोल रहे हैं। वे हर हफ्ते प्रदेश के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलकर फीडबैक ले रहे हैं। वे उन बातों को क्रॉस चेक भी कर रहे हैं, जो पिछले दिनों में राज्य सरकार को लेकर नाराज खेमे ने उन तक पहुंचाई हैं। इस सिलसिले में पिछले दो-तीन हफ्तों से तेजी आई है।

वे राज्य सरकार के मंत्रियों को भी बातचीत के लिए बुला रहे हैं। कांग्रेस के दिल्ली स्थित नेताओं के अनुसार राहुल ने गुरुवार सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राज्य सरकार के बारे में विभिन्न स्रोतों से मिले फीडबैक को लेकर उनसे सीधी बातचीत की है।

राहुल गांधी से अब तक लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता शीशराम ओला, केंद्रीय परिवहन मंत्री सीपी जोशी, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री भंवर जितेंद्रसिंह, केंद्रीय संचार राज्य मंत्री सचिन पायलट, विधानसभा उपाध्यक्ष रामनारायण मीणा, पूर्व मंत्री बीडी कल्ला, प्रद्युम्नसिंह आदि ने मुलाकात की है। राहुल कई बार अकेले और कई बार समूह में विधायकों को बुलाकर चर्चा कर रहे हैं। उनकी मुख्य चिंता ये है कि राज्य में कांग्रेस की सरकार दुबारा कैसे बन सकती है। इसमें वे लोगों से सरकार और संगठन से जुड़े मुद्दों को लेकर जानकारियां ले रहे हैं। उनसे युवा और महिला विधायकों व पदाधिकारियों से भी मिल चुके हैं।

ये भी पूछ रहे हैं राहुल गांधी

क्या कांग्रेस के फंडामेंटल्स कमजोर हैं? नाराजगी किसके प्रति है, व्यक्ति के या संस्था के? कुछ चीजें क्या जानबूझकर हुई हैं? गवर्नेंस लेवल कैसा है? नौकरशाही में भ्रष्टाचार की शिकायतें कितनी सही हैं? क्या सिस्टम पर अंकुश नहीं है? अनुसूचित जातियों, जन जातियों और अल्पसंख्यकों को लेकर क्या रुझान है? सरकार की योजनाएं और उनको लागू करने में कितना सामंजस्य है?

वे सूचनाओं को क्रॉस चेक कर रहे हैं : रावत

मेरे पास राहुल गांधी के ऑफिस से अचानक संदेश आया कि वे मिलना चाहते हैं। मैं 18 जुलाई को गया था। राहुल ने मुझसे 15 मिनट बातचीत की। उन्होंने प्रदेश की राजनीति को लेकर खूब सवाल पूछे। मुझे लगा कि उनके पास पहले से काफी फीडबैक था, जिसे वे क्रॉस चेक करना चाहते थे। सरकार की कार्यप्रणाली, अफसरशाही के हावी होने, सरकार की अच्छी योजनाओं और उनके जनता में असर को लेकर उन्होंने कई एंगल से सवाल पूछे। उन्होंने यह भी जानना चाहा था कि हालात में सुधार की कितनी संभावनाएं हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे अनुभव से मैं बताऊं कि हालात कैसे हैं और उनमें क्या हो सकता है।
-लक्ष्मणसिंह रावत, पूर्व मंत्री, राजस्थान सरकार

मुझसे जैन दर्शन पर बातें कीं :परमार

मुझसे राहुल गांधी ने कोई राजनीतिक बात नहीं की। उन्होंने दार्शनिक विषयों पर बातें की थीं। मैंने जैन दर्शन में पीएचडी की है। इसलिए उन्होंने मुझसे पूछा कि जैन दर्शन और अन्य दर्शनों में क्या अंतर है? जैन दर्शन और राजस्थान को लेकर भी उन्होंने कुछ बातें पूछीं।

-दयाराम परमार, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री, राजस्थान सरकार

राहुल गांधी चिंतित थे राजस्थान को लेकर

राहुल गांधी से मेरी मुलाकात हुई थी।उसमें वे प्रदेश के हालात को लेकर चिंतित दिखाई दिए थे। उन्होंने मुझसे प्रदेश में एससी-एसटी और अल्पसंख्यकों की स्थिति और सरकार के कार्यक्रमों के बारे में पूछा था।

-दौलतराज नायक, विधायक, रायसिंहनगर

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