उदयपुर.राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा कि निर्वस्त्र की गई महिला के गांव वाले नाक काटना चाहते थे और गधे पर बैठाकर गांव में घुमाना चाहते थे, लेकिन पुलिस के पहुंचने के बाद वे ऐसा नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि इस कृत्य में महिलाएं भी शामिल थीं।
ममता शर्मा मंगलवार सुबह 7 बजे अपनी टीम के साथ उदयपुर पहुंची थीं। उन्होंने पीड़िता से मुलाकात की। उनके साथ आयोग की सदस्य एवं प्रोफेसर विजयलक्ष्मी चौहान, लता चौधरी भी थीं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई बैठक में आयोग ने शेष आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने, फास्ट ट्रैक में मामला रखकर शीघ्र निस्तारण करवाने और पीड़िता के पुनर्वास के प्रबंध करने की अनुशंसा की है।
सराड़ा में क्या पेड़ों से बातें करते :
ममता शर्मा ने घटनास्थल सराड़ा के कोलार गांव नहीं गईं। उन्होंने कहा-वहां जाने का कोई औचित्य ही नहीं है। घटना हो चुकी है, अब वहां जाकर पेड़ों से तो बातें करने से रहे।
मीडियाकर्मियों द्वारा मुलाकात के स्थान के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि कुछ बातें गुप्त रखी जाती हैं। दुबारा पूछने पर उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट और सर्किट हाउस के बीच किसी स्थान पर पीड़िता से मिले। उन्होंने कहा कि मामले में धारा 120बी जोड़ने व सीआरपीसी की धारा 357 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई करने की सिफारिश भी की गई। पीड़िता को घटना से हुए मानसिक आघात से उभरने के लिए मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ से परामर्श दिलाया जाए।
महिलाओं को घर छोड़ने की जिम्मेदारी प्रबंधन की : ममता शर्मा
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा कि गैर सरकारी क्षेत्रों में महिलाएं यदि देर तक काम करती हैं तो उसे सुरक्षित घर छुड़वाने की जिम्मेदारी नियोक्ता, कंपनी या प्रबंधन की होगी। महिला के घर जाने के बीच कोई अव्यवहार या दुर्घटना होती है तो इसके लिए कंपनी प्रबंधन को ही जिम्मेदार माना जाएगा। गुड़गांव में कुछ कंपनियों ने इसकी शुरुआत कर दी है। इसे सारे देश में लागू किया जाएगा।
फैसले के लिए गांव बुलाया था : पीड़िता
पीड़िता ने आयोग को बताया कि उसकी शादी को साढ़े 3 साल हो चुके हैं। उसके एक लड़की है, जो उसके दादा-दादी के पास रहती है। पीड़िता ने बताया कि व किसी और को चाहती है यह बात पति को भी पता थी। पिछले 15 दिनों से वह प्रेमी के साथ सुमेरपुर में थी। पति व अन्य ने फैसला कराने के बहाने उन्हें गांव में बुलाकर यह घटना की। आयोग के सुरक्षा की पेशकश करने पर पीड़िता ने इनकार कर दिया। उसने कहा कि वह अपने भाई के पास सुरक्षित है।
सांसद, विधायक ने भी पूछी कुशलक्षेम
उदयपुर सांसद रघुवीर सिंह मीणा तथा सलूंबर विधायक बसंती देवी मीणा भी मंगलवार को पीड़िता से मिले तथा उसकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने घटना को शर्मनाक बताया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
पति दो दिन के रिमांड पर, शेष को जेल
महिला को निर्वस्त्र करने के मामले में गिरफ्तार पति हामजी मीणा को अदालत ने दो दिन रिमांड पर रखने का आदेश दिया है। शेष 7 आरोपियों पाल सराड़ा के उपसरपंच नंदलाल मीणा, गौतम मीणा, बाबू मीणा, वेलचंद मीणा, लक्ष्मण मीणा, रामलाल मीणा, मावजी मीणा को जेल भेज दिया।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
24 जुलाई 2012
महिला को नंगा कर पीटने के अलावा कुछ और भी करना चाहते थे लोग!
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