मुंबई. महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में स्थित रोमांचक और बेहद आकर्षक पर्वतीय स्थल पर बने एक किले को ' हरिश्चन्द्रगढ़' के नाम से जाना जाता है. वैसे तो इस जगह का अपना गौरवशाली इतिहास है लेकिन, हम आपको यहां बने एक मंदिर और उससे जुड़ी एक बेहद रोचक मान्यता के बारे में बताने वाले हैं.
हरिश्चन्द्रगढ़, यहां बने मुख्य मंदिर हरिश्चंद्रेश्वर और गुफाओं के लिए जाना जाता है. इन्हीं गुफाओं में है एक शिव मंदिर जो लगभग पूरे साल पानी में डूबा रहता है.
इस मंदिर तक पहुंचना भी ख़ासा मुश्किल काम है. इन सब से हट कर एक ख़ास तथ्य जो इस मंदिर को अनूठा बनाती है वह है इसकी छत. मंदिर की छत वैसे को तो चार पिलर पर टिकी है लेकिन, इसके तीन पिलर टूट चुके हैं और फिलहाल सिर्फ एक पिलर शिवलिंग पर बनी इस छत का भार थामे हुए है. ऐसी मान्यता है कि जिस दिन इस छत की आखिरी पिलर टूटेगी वही दिन इस दुनिया में प्रलय का दिन होगा.
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