आरोपियों के पास से 5 हजार नकद, शराब की बोतल, सिगरेट, बीड़ी व गुटखे के पैकेट सहित घरेलू सामान बरामद किया गया है। एसीबी ने आरोपी के पास से मोबाइल सिम भी बरामद की है। एसीबी जोधपुर चौकी के उप अधीक्षक नरपतसिंह चौहान ने बताया कि बृज बावड़ी निवासी सुरेंद्र सिंह देवड़ा ने ब्यूरो की चौकी में परिवाद पेश किया था। इसमें बताया गया कि गत 19 जुलाई को उसके बड़े भाई ओमप्रकाश के मोबाइल फोन पर कॉल आया। फोन करने वाले ने अपना नाम इमरान बताते हुए उसके मोबाइल नंबर लिए।
अगले दिन 20 जुलाई को इमरान ने सुरेंद्र को कॉल कर कहा कि अपहरण के मामले में जेल में न्यायिक अभिरक्षा में बंद उसके साले अमृतलाल गहलोत को मारने की एक लाख रुपए की सुपारी कांतिलाल ने दी है, लेकिन जेलर उसके परिचित हैं और वे गहलोत का ध्यान रखेंगे। इसके बदले इमरान ने सुरेंद्र को उसके दो बैंक खातों में 20 तथा 30 हजार रुपए जमा करवाने और शराब की बोतल व कुछ घरेलू सामान जेल भेजने को कहा।
एमजीएच से धरे गए आरोपी :
जेल से रविवार को इमरान का दुबारा फोन आया। उसने सुरेंद्र को कहा कि वहां झगड़ा हो गया है, इसलिए सामान व पैसे मंगलवार को लेकर आए। उसने मंगलवार को फिर फोन कर सिंधी मुसलमान कॉलोनी निवासी वाजिद को यह सामान देने को कहा। वाजिद ने सुरेंद्र को कॉल किया और जालोरी गेट पर एक नमकीन की दुकान के पास बुलाया।
सुरेंद्र जालोरी गेट पहुंचा तो उसे पावटा बुलाया। पावटा पहुंचने पर उसे एमजीएच आने को कहा। सुरेंद्र एमजीएच में सहकारी बाजार दवा की दुकान के पास पहुंचा। वहां उसने वाजिद को सामान व पैसे दे दिए, लेकिन पहले से जाल बिछाए बैठी एसीबी की टीम ने वाजिद सहित पांच आरोपियों को पकड़ लिया।
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