कोलकाता।
एशियन गेम्स में मेडल जीतने वाली विवादित एथलीट पिंकी प्रमाणिक को बुधवार को जमानत पर रिहा कर दिया गया। रिहाई के बाद पिंकी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पिंकी का कहना है कि पुलिस ने जेंडर टेस्ट के लिए उनके हाथ-पैर बांध दिए थे। उन्हें प्रताड़ित किया गया।
पिंकी ने आरोप लगाया है, 'मेरे लाख विरोध के बावजूद जबरन हाथ-पैर बांधकर जेंडर टेस्ट के लिए मुझे एक प्राइवेट नर्सिंग होम में ले जाया गया। मैं इसके खिलाफ चिल्ला रही थी, विरोध कर रही थी, लेकिन किसी ने मेरी एक ना सुनी।'
25 दिन बाद जेल से रिहा होकर बाहर निकली पिंकी प्रमाणिक के शरीर में मुख्यत: मर्द वाले लक्षण हैं। यह खुलासा 11 सदस्यीय डॉक्टरों की उस टीम की रिपोर्ट में किया गया, जिन्हें पिंकी के लिंग की जांच कर यह पता लगाना था कि वह मर्द हैं या औरत।
प्रमाणिक के लिंग निर्धारण के लिए क्रामोसोमल जांच की रिपोर्ट एसएसकेएम अस्पताल द्वारा अदालत में सौंपी जा चुकी है। सोमवार को वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी की ओर से अस्तपाल को भेजी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि सामान्य मर्दों में पाए जाने वाला एक्सवाई कारयोटाइप पिंकी में भी पाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, औरतों में टू एक्स क्रोमोसोम्स पाया जाता है जबकि मर्दों में एक एक्स और एक वाई।
इस रिपोर्ट को लेकर मेडिकल बोर्ड के एक डॉक्टर का कहना है कि साइंस हर चीज को साफ साफ नहीं बता सकता है। पिंकी का केस भी ऐसा ही है। क्या पिंकी किसी का बलात्कार कर सकती है, इसका जवाब डॉक्टर भी सही सही नहीं दे पा रहे हैं।
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल की एक अदालत से जमानत मिलने के बाद एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता पिंकी प्रमाणिक रिहा हो गई है। उन पर पुरुष होने तथा एक महिला से बलात्कार का आरोप है। इसी आरोप में 15 जून से वह न्यायिक हिरासत में थीं।
प्रमाणिक को 14 जून को गिरफ्तार किया गया था। 15 जून को उन्हें अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उनके साथ रहने वाली एक तलाकशुदा महिला व एक बच्चे की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा कर कहा था कि पिंकी पुरुष है और उसने उनके साथ बलात्कार किया तथा उन्हें प्रताड़ित किया।
पिंकी ने तीन साल पहले एथलेटिक्स से संन्यास लिया था। वह वर्ष 2006 में कतर की राजधानी दोहा में हुए एशियाई खेलों में 4 गुना 400 मीटर रिले स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। उसी साल मेलबर्न में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने रजत पदक जीता था।
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