हिन्दू धर्म पंचांग के सावन माह की पूर्णिमा बहुत ही पवित्र और शुभ दिन है। क्योंकि यह तिथि न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि व्यावहारिक नजरिए से भी बहुत ही महत्व रखती है। सावन माह की पूर्णिमा के शुभ दिन रक्षाबंधन के साथ ही श्रावणी उपाकर्म का पवित्र संयोग बनता है। रक्षाबंधन (3 अगस्त) का पर्व जहां भाई-बहन के रिश्तों का अटूट बंधन और स्नेह का विशेष अवसर माना जाता है। वहीं श्रावणी उपाकर्म (खासतौर पर ब्राह्मण के लिए) यज्ञोपवित के बदलने के रूप में जीवन में पवित्रता को अपनाने के संकल्प की शुभ घड़ी है।
इन शुभ संयोगों में परंपराओं को निभाने के अलावा शास्त्रों में बताए देव पूजा के कुछ उपाय सौभाग्य और खुशहाली बढ़ाने वाले माने गए हैं।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 जुलाई 2012
2 को रक्षाबंधन, ये उपाय चमका देंगे किस्मत
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