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18 जून 2012

राष्‍ट्रपति चुनाव में 'डर्टी गेम': पैसा, ताकत और घपले का घालमेल?

नई दिल्‍ली. राष्‍ट्रपति चुनाव में अपनी पसंद के उम्‍मीदवार को 'नकारे' जाने से ममता बनर्जी नाराज लग रही हैं। खबर है कि ममता यूपीए में बने रहने पर आज फैसला ले सकती हैं। राष्‍ट्रपति चुनाव की रणनीति तैयार करने के लिए ममता आज अपने विधायकों और सांसदों की बैठक करेंगी।

सूत्रों के मुताबिक ममता राष्‍ट्रपति पद के उम्‍मीदवार के तौर पर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का समर्थन जारी रखेंगी। तृणमूल कांग्रेस राष्‍ट्रपति चुनाव में 'क्रॉस वोटिंग' को लेकर चिंतित नहीं है। यदि कलाम को समर्थन नहीं मिलता है कि ममता की पार्टी यूपीए और एनडीए से बराबर की दूरी बना सकती है।

अपनी फेसबुक अपील को जोरदार समर्थन मिलने से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक ओर गदगद हैं तो दूसरी ओर देश के सियासी हालात पर संदेह भी जताया है।

ममता ने फेसबुक पर मिल रहे समर्थन के लिए रविवार को एक पोस्ट में लोगों को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा, 'देश के लिए इस महान कार्य को इतने कम समय में जबर्दस्त प्रतिक्रिया देने के लिए आप सभी को धन्यवाद। मुझे विश्वास है कि यह एकजुट आवाज मुद्दे को अगले स्तर तक ले जाएगी।'

हालांकि ममता ने राजनीति में नैतिकता और सिद्धांतों के घटते स्‍तर पर दुख भी जताया है। उन्होंने लिखा है, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे महान देश में राजनीति संदेहजनक हो गई है और धन, सत्ता और घोटालों के इस्तेमाल से मूल्यों, जनहित के साथ समझौता किया गया है।'

राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि कुछ नेता जनता के सामने तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी की नकारात्‍मक छवि पेश करने के अभियान में जुट गए हैं। इनका दावा है कि ममता और जयललिता राष्‍ट्रपति चुनाव में एक साथ नहीं खड़ी हो सकती हैं क्‍योंकि 1998 में एनडीए की बैठक में एक बार ममता ने जया के खिलाफ ईडी और इनकम टैक्‍स के मुकदमों का मसला उठाया था।

केंद्रीय वित्‍त मंत्रालय ने तत्‍कालीन मानव संसाधन राज्‍य मंत्री ममता बनर्जी की ओर से लिखी गई एक चिट्ठी खोज निकाली है। इसमें ममता ने तत्‍कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से फेरा कानून के उल्‍लंघन का केस दर्ज करने की सिफारिश की थी।

ये नेता इस कोशिश में भी जुटे हैं कि राष्‍ट्रपति चुनाव के अन्‍य उम्‍मीदवारों की रेस में शामिल पीए संगमा और अब्‍दुल कलाम की छवि खराब कर दी जाए।

एनडीए में अभी नहीं बनी राय
एनडीए का उम्‍मीदवार कौन होगा, इस पर अभी आखिरी फैसला नहीं हुआ है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आज कहा कि राष्‍ट्रपति चुनाव के लिए उम्‍मीदवार चुनने के लिए एनडीए में सहमति के प्रयास जारी हैं। इस मसले पर घटक दलों की क्‍या राय बनी हैं, इसे सार्वजनिक करना ठीक नहीं होगा। नीतीश कुमार ने आज की प्रेस कांफ्रेंस में यूपीए के उम्‍मीदवार प्रणब मुखर्जी का नाम नहीं लिया। लेकिन मीडिया में सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक एनडीए के घटक दलों में शामिल शिव सेना प्रणब को समर्थन देने के मूड में है।

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