इकबाल कॉलोनी निवासी 50 वर्षीय साबिर खान एरोड्रम रोड स्थित फेब्रिकेशन की एक दुकान पर शटर बनाने का काम करते हैं। शुक्रवार को वे छह फीट के स्टैंड पर खड़े होकर पाने से शटर की स्प्रिंग मोड़ रहे थे तभी पाना स्लिप हुआ और टूटकर गिर गया। इसी बीच साबिर का भी संतुलन बिगड़ गया और वे पाने पर गिर पड़े जिससे पाना गर्दन में घुस गया। साथ में काम कर रहे धर्मेंद्र नेगी व अन्य साथी उन्हें एम्बुलेंस 108 की मदद से गोकुलदास हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। सूचना मिलने पर पत्नी व बच्चे भी वहां पहुंचे। परिजन उन्हें वहां से अरबिंदो हॉस्पिटल ले गए। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
29 जून 2012
बैलेंस बिगड़ा, हाथ फिसला और सीधे गले में घुस गया
इकबाल कॉलोनी निवासी 50 वर्षीय साबिर खान एरोड्रम रोड स्थित फेब्रिकेशन की एक दुकान पर शटर बनाने का काम करते हैं। शुक्रवार को वे छह फीट के स्टैंड पर खड़े होकर पाने से शटर की स्प्रिंग मोड़ रहे थे तभी पाना स्लिप हुआ और टूटकर गिर गया। इसी बीच साबिर का भी संतुलन बिगड़ गया और वे पाने पर गिर पड़े जिससे पाना गर्दन में घुस गया। साथ में काम कर रहे धर्मेंद्र नेगी व अन्य साथी उन्हें एम्बुलेंस 108 की मदद से गोकुलदास हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। सूचना मिलने पर पत्नी व बच्चे भी वहां पहुंचे। परिजन उन्हें वहां से अरबिंदो हॉस्पिटल ले गए। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
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