आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

10 जून 2012

मोदी ने उड़ाया मनमोहन का मजाक



राजकोट. गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि केंद्र सरकार के भ्रष्टाचार से लोग हताश हैं। भाजपा की गुजरात प्रदेश कार्यकारिणी के दूसरे दिन पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे प्रधानमंत्री ने डंके की चोट पर कहा था कि भारत की विकास दर सात प्रतिशत से अधिक रहेगी। राज्यसभा में भी केंद्र सरकार ने यही दावा किया था, लेकिन मई महीने में पता चला कि भारत की विकास दर पांच प्रतिशत से भी नीचे चली गई है।

मोदी ने अपने भाषण में सिर्फ गुजरात को लेकर नहीं बल्कि पूरे देश की चिंता करते हुए केंद्र सरकार पर तीखे तीर छोड़े। साफ है कि मोदी राष्ट्रीय राजनीति में अपनी बढ़ती दिलचस्पी के लगातार सुबूत दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकास को राजनीति के एजेंडे में सबसे ऊपर गुजरात के लोग लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि इस बार भी गुजरात की जनता बीजेपी की सरकार को चुनेगी और राज्‍य की विधानसभा के अगले साल होने वाले चुनावों में कांग्रेस का पत्‍ता साफ हो जाएगा।

उन्‍होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास विकास की कई नई इबारत लिखने का मौका था लेकिन सरकार ने इसे गंवा दिया और भारत को निराशा की गर्त में डुबो दिया। देश का युवा बेरोजगार है, खून के आंसू रो रहा है और कांग्रेस के नेता देश के युवाओं को जवाब नहीं दे पा रहे हैं।

मोदी ने मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री हर महीने भाषण में कहते हैं कि महंगाई कम करेंगे और इसके लिए समय बताते थे। सरकार बनाते वक्त उन्‍होंने कहा था कि सौ दिन के भीतर महंगाई कम हो जाएगी, लेकिन अब तो उन्‍होंने समय बताना भी छोड़ दिया है।वह महंगाई कम करें या न करें लेकिन कम से कम वहां तक तो लाकर छोड़ दें, जहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी छोड़ कर गए थे।

मोदी ने कहा कि भारत के रुपये के मुकाबले डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है। पाकिस्तान का रुपया नहीं टूट रहा है, नेपाल, भूटान और श्रीलंका जैसे छोटे-छोटे देशों की करंसी में गिरावट नहीं हुई है तो फिर हिंदुस्तान का रुपया क्यों टूट रहा है? देश जानना चाहता है कि इसका कारण क्या है? दरअसल इसका कारण आर्थिक नहीं है। यह तो केंद्र सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से टूट रहा है।

उन्‍होंने कहा 'विकास की राजनीति के साथ-साथ हमने सद्भावना की बात की भी की है। पिछले साल सितंबर माह में सद्भावना की शुरुआत करने के बाद से मैंने 36 जिलों में उपवास किया है।' 'मैं सद्भावना उपवास के अनुभव के आधार पर मैं डंके की चोट पर कहना चाहता हूं कि मैं विकास की राजनीति के साथ-साथ इस चुनाव और आगे के तमाम चुनावों में शांति, अहिंसा और प्रेम के रास्ते पर चलेंगे।'

उन्‍होंने राजनीति में जातिवाद के इस्‍तेमाल पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इसके नाम पर कुछ नेताओं ने उत्तर प्रदेश का क्या हाल करके रखा । गुजरात का यह हाल नहीं होने दिया जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...