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16 मई 2012

...जब इस बुजुर्ग महिला ने तमाम लोगों की आंखों को कर दिया नम

मंदसौर। जीवनभर संगिनी बन कंधे से कंधा मिलाया और फिर वादे अनुसार पति को मुखाग्नि देकर बेटे का धर्म निभाया। पति-पत्नी के संबंध को ऐसा ही नया आयाम मंदसौर की एक बुजुर्ग महिला ने दिया। यह समाज में बदलाव का संकेत है। नई आबादी निवासी सतीश नागर (72) का सोमवार को निधन हो गया। मंगलवार को अंतिम यात्रा निकली। पत्नी कलावती (68) विदाई के लिए साथ चलीं तो लोगों की आंखें नम हो गईं। उन्होंने सारे क्रियाकर्म खुद किए। श्मशान में चिता सजाई और मुखाग्नि भी दी।

निभाया पति से किया वादा

कलावती की छोटी बहन मधुबाला मेहता ने बताया एक माह पूर्व नागर दंपति ने एक-दूसरे से वादा किया था जीवन भर साथ निभाया है। अंतिम समय में भी साथ रहेंगे। सतीश नागर ने कहा यदि मैं दुनिया से पहले जाऊं तो तुम बेटा बनकर अंतिम विदाई व मुखाग्नि देना। इस पर बहन कलावती ने वादा निभाया और पति का अंतिम संस्कार किया

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