घटना से नाराज बाराती जब बारात लेकर वापस जाने लगे तब गांव के ही कुछ बुजुर्गो ने उन्हें रोका और पंचायत लगाकर समझौता कराया गया। इस मामले में पुलिस की भूमिका शर्मनाक रही। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार जबलपुर से 15 किलोमीटर दूर बढ़ैयाखेड़ा गांव में गतरात्रि पालसिंह की दो पुत्रियों विनीता और रोशनी का विवाह एक ही दिन आदिवासी रीति-रिवाजों से हो रहा था। एक बारात मूसाखोह थाना बीजाडांडी के राजकुमार की आई जबकि दूसरी बारात विशाल निवासी ग्राम बुदरा थाना बीजाडांडी की थी।
एक साथ दोनों ही बारातें लग रहीं थीं, तभी रात करीब 1 बजे गांव के ही 7 तत्व मौके पर पहुंचे और मूसाखोह के बारातियों से गांव में घुसने का नेग मांगने लगे। अधिक नेग की मांग पर विवाद बढ़ने लगा और नौबत मारपीट तक पहुंच गई। पहले तो बारातियों के साथ मारपीट की गई और इसके बाद दूल्हे के कपड़े उतरवा लिए गये, दूल्हे के बड़े भाई ने इस बात का विरोध किया तो उसके सिर पर लट्ठ मार दिया गया, जिससे वह लहूलुहान हो गया।
नहीं पहुंची पुलिस- स्थानीय लोगों ने इस वारदात की सूचना बरगी पुलिस को दी, लेकिन रात में कोई भी पुलिस कर्मी नहीं पहुंचा। सुबह कुछ कर्मी गये और लुटे-पिटे बारातियों से पांच सौ रुपए लेकर वापस चले गये।
बाद में हो गया समझौता-बताया जाता है कि इस मामले में रात में ही पंचायत लगी और दोनो पक्षों के बीच समझौता हो गया, जिससे किसी ने भी पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई। यह अलग बात है कि गांव के ही तत्वों के कारण गांव की एक बेटी का विवाह खटाई में पड़ गया था।
रात में पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से सूचना मिली थी और पुलिस बल को भेजा गया था, लेकिन किसी ने कोई शिकायत नहीं दी। विवाद की सूचना थी, लेकिन विवाह निबट गया था। सुबह भी एक दल को मौके पर भेजा गया था।
- अजरुन उईके, बरगी थाना प्रभारी
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