अजमेर.ख्वाजा साहब के 800 वें उर्स के मौके पर रविवार को मजार शरीफ से संदल उतारा गया। संदल लेने के लिए अकीदतमंदों में होड़ लगी रही। इधर जमादिउस्सानी महीने की 29 तारीख को देखते हुए सोमवार दरगाह में हिलाल कमेटी की बैठक होगी। रजब महीने का चांद नजर आने पर उर्स की रस्में रात से ही शुरू हो जाएंगी।
रात को आस्ताने की खिदमत के दौरान मजार शरीफ पर चढ़ा संदल उतारा गया। खादिमों ने इसे थैलियों में भर लिया। खिदमत के बाद जैसे ही खादिम आस्ताने से बाहर आए, अकीदतमंदों में संदल लेने के लिए होड़ लग गई। संदल पाने वाले अकीदतमंदों ने इसे अदब से आंखों के लगाया। कुछ जायरीन ने अपने बीमार परिजनों को संदल खिलाया।
जन्नती दरवाजा खुला :
इधर, परंपरा के मुताबिक चांद रात को जन्नती दरवाजा जियारत के लिए खोल दिया जाता है। सोमवार तड़के 4.30 बजे दरवाजा खोल दिया गया।
अंजुमन सैयद जादगान के सचिव वाहिद हुसैन अंगारा शाह के मुताबिक चांद की 29 तारीख को जन्नती दरवाजा खोल दिया जाता है। अब ये कुल की रस्म के साथ ही बंद होगा।
हिलाल कमेटी की बैठक आज :
दरगाह में सोमवार को शहर काजी मौलाना तौसीफ अहमद सिद्दीकी की सदारत में हिलाल कमेटी की बैठक होगी।
अगर सोमवार को रजब महीने का चांद नजर आ जाएगा, तो उर्स की रस्म रात से ही शुरू हो जाएंगी। अन्यथा मंगलवार रात से उर्स की रस्में शुरू होंगी।
इन चार मौकों पर खुलता है जन्नती दरवाजा
सैयद वाहिद अंगाराशाह के मुताबिक साल भर में चार बार जन्नती दरवाजा खोला जाता है। सबसे अधिक छह दिन गरीब नवाज के उर्स के दौरान, ईद उल फितर, ईद उल अजहा और बड़े सरकार के उर्स के दौरान एक-एक दिन ये दरवाजा खोला जाता है।
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